Delhi Weather Updates: आज सुबह घने कोहरे की चादर में लिपटी दिल्ली, AQI बहुत खराब स्तर पर

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। देश की राजधानी दिल्ली में गर्मियां दस्तक देने लगी है। बसंत पंचमी के साथ ही बसंत ऋतु का आगमन भी हो चुका है, लेकिन दिल्ली में आज सुबह भी कोहरा (Fog) छाया रहा। कोहरा इतना घना था कि दृश्यता घटकर बहुत ही कम रह गई। इस दौरान आवाजाही में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

आज सुबह दिल्ली का तापामान (Delhi Temperature) 12.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सिस्टम ऑफ़ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च के अनुसार, 332 पर समग्र AQI के साथ दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है।

दिल्ली में AQI बहुत खराब स्तर पर
हवा की गति पिछले कई दिनों से शांत बनी हुई है। वहीं हवा में नमी का अधिकतम स्तर 100 फीसदी तक दर्ज किया गया है। रात में तापमान में कमी आने के कारण फॉग उत्पन्न हो रहा है। दूसरी ओर दिल्ली में हवा की गुणवत्ता भी बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है। इस वजह से प्रदूषित तत्वों के साथ मिल रहे हैं।

प्रदूषण से निपटने को केजरीवाल सरकार की नई पहल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समक्ष मंगलवार को आईआईटी कानपुर, आईआईटी दिल्ली और टेरी ने अपनी इस विकसित तकनीक को लेकर प्रजेंटेशन दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर हमें वास्तविक समय के आधार पर प्रदूषण के स्रोत का पता चल जाएगा, तो यह हमें तत्काल कार्रवाई करने में मदद करेगा।

अब इस प्रस्ताव को कैबिनेट में रखा जाएगा और कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद इस तकनीक पर काम शुरू होगा। फिलहाल पायलट प्राजेक्ट के तहत दिल्ली में प्रदूषण के हॉटस्पॉट वाले एरिया में सुपर साइट और मोबाइल साइट लगाए जाएंगे।

प्रदूषण के कारणों का लगेगा पता
असल में, इस तकनीक से पता लगाया जा सकता है कि एक वास्तविक समय में उस स्थान पर किस वजह से अधिक प्रदूषण हो रहा है। जिस स्थान पर प्रदूषण हो रहा है, वहां पर प्रदूषण के लिए जिम्मेदार कौन-कौन से कारक हैं और उसमें वाहन, धूल व फैक्ट्री से निकलने वाले धुएं आदि का कितना योगदान है? उस वास्तविक समय के दौरान हो रहे प्रदूषण के स्रोत का पता चलने के बाद सरकार उसे नियंत्रित करने को लेकर कार्रवाई कर सकेगी।

सरकार यह आकलन भी करेगी कि उस स्रोत को कम करने के लिए उठाए गए कदमों का कितना असर पड़ा है। इस तरह अगर किसी एरिया में शाम 5 से 8 बजे तक वाहनों का प्रदूषण सबसे अधिक है, तो सरकार उसके मुताबिक वहां पर वाहनों की आवाजाही कम करने या कोई और उपाय कर सकेगी, ताकि वाहनों का प्रदूषण कम किया जा सके।