कांग्रेस के मतभेदों पर थरूर की दो टूक ,ऑपरेशन सिंदूर पर टिप्पणी और आलोचनाएं बाद में हों ,अभी हम अपने मिशन पर ध्यान केंद्रित करें…

एजेंसी। कांग्रेस सांसद शशि थरूर इन दिनों सात-सदस्यीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ विदेशों में भारत का पक्ष रख रहे हैं, खास तौर पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता और आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को बेनकाब कर रहे हैं।

हालांकि, उनकी इस भूमिका को लेकर कांग्रेस के कुछ नेताओं में नाराज़गी दिख रही है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) उनकी सराहना कर रही है।

बोले थरूर – अभी हम अपने मिशन पर ध्यान केंद्रित करें 👇

जब शशि थरूर से कांग्रेस के भीतर हो रही आलोचनाओं के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस समय उनका ध्यान अपने मिशन पर है। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह समय है कि हम अपने मिशन पर ध्यान केंद्रित करें। निस्संदेह, एक संपन्न लोकतंत्र में टिप्पणियां और आलोचनाएं होना लाजिमी है, लेकिन मुझे लगता है कि इस समय हम उन पर ध्यान नहीं दे सकते, जब हम भारत वापस आएंगे, तो निस्संदेह हमारे पास अपने सहयोगियों, आलोचकों, मीडिया से बात करने का मौका होगा। लेकिन अभी हम उन देशों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जहां हम जा रहे हैं और यहां के लोगों तक संदेश पहुंचा रहे हैं।”

कांग्रेस नेताओं की आपत्ति 👇

कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता शशि थरूर की इस भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं। दिल्ली कांग्रेस के नेता उदित राज ने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यहां तक मांग कर डाली कि वे शशि थरूर को अपनी पार्टी का प्रवक्ता बना लें या अपनी सरकार में विदेश मंत्री का पद दे दें। उदित राज ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने थरूर को सब कुछ दिया, लेकिन उन्होंने अपने बयानों से पार्टी के ‘स्वर्णिम इतिहास’ को बर्बाद कर दिया।

वहीं कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने थरूर पर हमला करते हुए कहा कि वे अपनी किताब ‘द पैराडॉक्सिकल प्राइम मिनिस्टर’ में सर्जिकल स्ट्राइक की आलोचना कर चुके हैं और अब उसी की तारीफ कर रहे हैं। खेड़ा का इशारा थरूर की पहले की राय और मौजूदा समय में सरकार के पक्ष में बोलने की तरफ था।

बीजेपी का बचाव 👇

एक तरफ जहां कांग्रेस के नेता शशि थरूर की आलोचना कर रहे हैं। वहीं बीजेपी ने उनका बचाव किया है। बीजेपी नेता संजय निरुपम ने थरूर के काम को ‘अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत बड़ा पवित्र काम’ बताया। उन्होंने कहा, “विरोधी होने के बावजूद अगर ऐसा काम शशि थरूर को सौंपा गया तो इस पर कांग्रेस को खुश होना चाहिए और बीजेपी को धन्यवाद देना चाहिए कि उन्होंने प्रतिभा को पहचाना।” कांग्रेस जिस तरह से थरूर को बदनाम कर रही है, उससे पार्टी के भीतर पनप रही कुंठा सामने आ रही है। गौरतलब है कि जब शशि थरूर को इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनाया गया था। तभी कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी। पार्टी ने दावा किया था कि उनकी तरफ से केंद्र सरकार को थरूर का नाम प्रस्तावित ही नहीं किया गया था।

कांग्रेस नेताओं की आपत्ति

कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता शशि थरूर की इस भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं। दिल्ली कांग्रेस के नेता उदित राज ने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यहां तक मांग कर डाली कि वे शशि थरूर को अपनी पार्टी का प्रवक्ता बना लें या अपनी सरकार में विदेश मंत्री का पद दे दें। उदित राज ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने थरूर को सब कुछ दिया, लेकिन उन्होंने अपने बयानों से पार्टी के ‘स्वर्णिम इतिहास’ को बर्बाद कर दिया।

वहीं कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने थरूर पर हमला करते हुए कहा कि वे अपनी किताब ‘द पैराडॉक्सिकल प्राइम मिनिस्टर’ में सर्जिकल स्ट्राइक की आलोचना कर चुके हैं और अब उसी की तारीफ कर रहे हैं। खेड़ा का इशारा थरूर की पहले की राय और मौजूदा समय में सरकार के पक्ष में बोलने की तरफ था।

बीजेपी का बचाव

एक तरफ जहां कांग्रेस के नेता शशि थरूर की आलोचना कर रहे हैं। वहीं बीजेपी ने उनका बचाव किया है। बीजेपी नेता संजय निरुपम ने थरूर के काम को ‘अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत बड़ा पवित्र काम’ बताया। उन्होंने कहा, “विरोधी होने के बावजूद अगर ऐसा काम शशि थरूर को सौंपा गया तो इस पर कांग्रेस को खुश होना चाहिए और बीजेपी को धन्यवाद देना चाहिए कि उन्होंने प्रतिभा को पहचाना।” कांग्रेस जिस तरह से थरूर को बदनाम कर रही है, उससे पार्टी के भीतर पनप रही कुंठा सामने आ रही है। गौरतलब है कि जब शशि थरूर को इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनाया गया था। तभी कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी। पार्टी ने दावा किया था कि उनकी तरफ से केंद्र सरकार को थरूर का नाम प्रस्तावित ही नहीं किया गया था।