रायपुर -दुर्ग ।भिलाई में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार सुबह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यालय पर छापेमारी की है। सुबह 6 बजे बघेल के निवास में ED के अधिकारी पहुंचे। उनके साथ बड़ी संख्या में CRPF के जवान भी मौजूद हैं।
भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट कर जानकारी दी है। उन्होंने लिखा कि ‘ED’ आ गई। आज विधानसभा सत्र का अंतिम दिन है। अडानी के लिए तमनार में काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा आज उठना था। भिलाई निवास में “साहेब” ने ED भेज दी है।

भिलाई-दुर्ग फोरलेन के पास पदुमनगर मेन रोड में सभी को रोका जा रहा है। किसी को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा। मेन रोड से 500 मीटर की दूरी पर भूपेश बघेल का घर है। दुर्ग शहर और भिलाई शहर के एडिशनल एसपी मौजदू हैं। कई थानों के थाना प्रभारी भी मौजूद है।

कुछ दिन पहले प्रवर्तन निदेशालय ने शराब घोटाला के मामले में बघेल के आवास पर छापे मारे थे। 10 मार्च को ईडी ने शराब घोटाला मामले में उनके बेटे के खिलाफ धनशोधन जांच के तहत दुर्ग जिले के भिलाई शहर में भूपेश बघेल के आवास पर छापा मारा था। इसके अलावा, चैतन्य के कथित करीबी सहयोगी लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल सहित 13 और ठिकानों पर भी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत तलाशी ली गई थी।
बता दें कि इसके पहले 10 मार्च 2025 में भी भूपेश बघेल के घर पर ईडी की टीम ने छापा मारा था। तब घर के कैश जब्त करने के बाद नोट गिनने की मशीन भी मंगवाई गई थी। इस बीच छापेमारी कर लौट रही ईडी की टीम पर हमला भी कर दिया गया था। अब फिर से ईडी ने छापेमारी की है।
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, यह कार्रवाई राज्य में चर्चित शराब घोटाले से संबंधित बताई जा रही है। यह पहला मौका नहीं है, जब ईडी ने बघेल के ठिकानों पर दबिश दी हो. पूर्व में भी बघेल से जुड़े परिसरों में छापेमारी की जा चुकी है।
“आपको बता दें कि इस छापेमारी से प्रदेश कांग्रेस पार्टी में हड़कंप मच गया है। अभी कुछ दिन पहले ही प्रवर्तन निदेशालय ने शराब घोटाला के मामले में भूपेश बघेल के आवास पर छापा मारा था।
गौरतलब हो कि 10 मार्च को ईडी ने शराब घोटाला मामले में बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ धनशोधन जांच के तहत भूपेश बघेल के आवास पर छापा मारा गया था।
इसी समय चैतन्य के कथित करीबी और सहयोगी लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल सहित 13 और ठिकानों पर भी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत तलाशी ली गई थी।
तलाशी के दौरान अपने घर पर मौजूद भूपेश बघेल ने कहा था कि ईडी की कार्रवाई भाजपा की हताशा का नतीजा है। वहीं ईडी के अनुसार, राज्य में कथित शराब घोटाला 2019 और 2022 के बीच हुआ था, जब छत्तीसगढ़ में बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस का शासन था।
कांग्रेस पार्टी ने इस छापे की पुष्टि करते हुए अपने आधिकारिक ग्रुप में इसकी सूचना साझा की है। ईडी की टीम अब भी बघेल के भिलाई-3 स्थित निवास पर छापामारी की कार्रवाई कर रही है।
केंद्रीय एजेंसी ने पहले कहा था कि छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले के कारण राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ और शराब सिंडिकेट के लाभार्थियों की जेब में 2,100 करोड़ रुपये से अधिक की रकम गई है।