एजेंसी । 15 अगस्त सिर्फ भारत का नहीं, बल्कि हर भारतीय का त्यौहार है। चाहे वह कहीं भी रहता हो। इस साल का नजारा और भी खास रहा, जब उत्तर अमेरिका की सड़कों पर भी तिरंगे की शान लहराई और छत्तीसगढ़ की संस्कृति की खूशबू फैली
नाचा (North America Chhattisgarh Association) ने सिएटल, टोरंटो और कैलिफोर्निया बे एरिया में ऐसे रंग बिखेरे कि हर प्रवासी भारतीय का दिल गर्व से भर उठा। धान का कटोरा, करमा नृत्य, जनजातीय परंपराएं, ढोकरा कला और कोसा सिल्क – हर झलक ने यही कहा कि चाहे हम कितनी भी दूर हों, हमारी जड़ें हमेशा भारत से ही जुड़ी हैं।
सिएटल उत्सव – उद्योग और कृषि पर गर्व👇

नमिता खंडेलवाल (अध्यक्ष, नाचा वॉशिंगटन चैप्टर) के नेतृत्व में सिएटल परेड में छत्तीसगढ़ के दो प्रमुख गौरव प्रस्तुत किए गए। भिलाई इस्पात संयंत्र और “धान का कटोरा” (राइस बाउल ऑफ India)।
झांकी में धान का कटोरा आकर्षण का केंद्र रहा। नाचा सदस्यों ने पारंपरिक करमा नृत्य प्रस्तुत किया, और इंडिया पवेलियन में थेड़ी, बिड़िया, चावल पापड़, एरसा, राजगीरा लड्डू जैसे व्यंजनों के साथ-साथ ढोकरा कला, सागौन की नक्काशी और कोसा सिल्क का प्रदर्शन किया गया।
छत्तीसगढ़ के हर पहलू को सिएटल में प्रस्तुत करना गर्व का क्षण-नमिता खंडेलवाल 👇

नमिता खंडेलवाल ने इस शानदार ,यादगार आयोजन के संदर्भ में अपने विचार साझा करते हुए कहा कि “भिलाई स्टील से लेकर धान का कटोरा, करमा नृत्य से लेकर ढोकरा कला और कोसा सिल्क तक – छत्तीसगढ़ के हर पहलू को सिएटल में प्रस्तुत करना गर्व का क्षण था।”
टोरंटो उत्सव – वैश्विक मंच पर जनजातीय परंपरा👇
टोरंटो में भारत दिवस परेड 2025 पैनोरमा इंडिया और भारतीय वाणिज्य दूतावास, टोरंटो द्वारा आयोजित की गई, जिसका संचालन पंकज अग्रवाल (अध्यक्ष, नाचा कनाडा चैप्टर) के नेतृत्व में हुआ।
“जनजातीय” थीम ने छत्तीसगढ़ की विशिष्ट पहचान को प्रतिबिंबित किया।पुरुषों ने धोती, कुर्ता, गमछा और गौरा मुकुट पहना तथा ढोल बजाकर बस्तर की परंपराओं को जीवंत किया। महिलाओं ने लुगड़ा और पारंपरिक आभूषण पहनकर छत्तीसगढ़ की शालीनता और सांस्कृतिक गौरव का प्रदर्शन किया।30% से अधिक जनजातीय जनसंख्या वाले छत्तीसगढ़ ने “एक भारत श्रेष्ठ भारत” की भावना के तहत अपनी धरोहर को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया।
कैलिफोर्निया बे एरिया उत्सव – परिवारों में एकता और संस्कृति👇
कैलिफोर्निया बे एरिया में कार्यक्रम पूजा महतो के नेतृत्व में आयोजित हुआ, जहाँ परिवारों ने एक साथ भाग लेकर छत्तीसगढ़ की संस्कृति को प्रस्तुत किया। महिलाओं ने लुगड़ा और पारंपरिक आभूषण पहने, और परिवारों ने गीत, नृत्य और सहभागिता से परंपराओं को जीवित किया।
हजारों मील दूर रहकर भी हमारी जड़ें हैं गहरी -पूजा महतो 👇

पूजा महतो ने इस शानदार ,यादगार आयोजन के संदर्भ में अपने विचार साझा करते हुए कहा कि “कैलिफोर्निया में परिवारों के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ की परंपराओं को प्रस्तुत करना गर्व का क्षण था। यह दिखाता है कि हजारों मील दूर रहकर भी हमारी जड़ें कितनी गहरी हैं।”
नाचा की वैश्विक प्रतिबद्धता👇

15 अगस्त 2025 भारत के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मनाए गए इन भारत दिवस परेड ने नाचा की उस प्रतिबद्धता को उजागर किया, जिसमें वह छत्तीसगढ़ की धरोहर को विश्व स्तर पर जीवित रखता है। औद्योगिक उपलब्धियां, कृषि शक्ति, जनजातीय परंपरा और पारिवारिक एकता – इन सभी ने मिलकर भारत की विविधता को उत्तर अमेरिका में गरिमा के साथ प्रस्तुत किया।
जानें नाचा (North America Chhattisgarh Association) के बारे में👇

नाचा एक गैर-लाभकारी संगठन है जो अमेरिका और कनाडा में प्रवासी छत्तीसगढ़ियों को एकजुट करता है। यह सांस्कृतिक कार्यक्रमों, सामुदायिक सेवा और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधित्व के माध्यम से छत्तीसगढ़ की परंपराओं को बढ़ावा देता है और प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ गहरे संबंध स्थापित करता है।
भारत दिवस परेड में छत्तीसगढ़ की अनोखी पहचान👇

छत्तीसगढ़ की झलकियों ने इस साल के भारत दिवस परेड को वाकई खास बना दिया। सिएटल में धान का कटोरा और भिलाई स्टील, टोरंटो में जनजातीय परंपराओं का अनोखा रंग और कैलिफोर्निया में परिवारों की एकजुटता, हर जगह छत्तीसगढ़ की अपनी अलग पहचान चमकती नजर आई। सबसे बड़ी बात यह रही कि हजारों मील दूर रहकर भी प्रवासी भारतीयों ने अपनेपन की वही गर्माहट महसूस की, जो उन्हें अपने गांव-घर में मिलती है। यह सिर्फ एक परेड नहीं थी, बल्कि एक संदेश था कि हमारी संस्कृति, हमारी परंपराएं और हमारी जड़ें जहां भी हों, हमें हमेशा भारत से जोड़कर रखती हैं। सच में, नाचा ने यह साबित कर दिया कि छत्तीसगढ़ सिर्फ एक राज्य नहीं, बल्कि एक जीवंत धरोहर है जिसे दुनिया भर में गर्व के साथ सजाया और संजोया जा रहा है।