जगदलपुर/बीजापुर। बीजापुर के गंगालूर इलाके में बुधवार को सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई, जिसमें सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। प्रारंभिक तौर पर 12 माओवादियों के मारे जाने की जानकारी थी, लेकिन सर्चिंग जारी रहने के बाद अब यह संख्या बढ़कर 16 हो गई है। सुरक्षा बलों को आज 4 और माओवादियों के शव मिले हैं।
DIG कमलोचन कश्यप ने इसकी आधिकारिक पुष्टि की है।
👉सुरक्षाबलों के शहीद और घायल

इस मुठभेड़ में DRG के 3 जवान शहीद हुए हैं। शहीदों में शामिल हैं, प्रधान आरक्षक मोनू वडाड़ी, आरक्षक दुकारू गोंडे और जवान रमेश सोड़ी है, साथ ही, दो जवान घायल हुए हैं, जिन्हें तुरंत इलाज के बाद खतरे से बाहर बताया गया है।
👉मुठभेड़ स्थल से बरामद हथियार

सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से SLR, INSAS और 303 राइफलें बरामद की हैं। सभी मारे गए माओवादियों के शव कब्जे में ले लिए गए हैं। इलाके में अब भी बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन जारी है और अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई हैं।
👉मुठभेड़ कैसे हुई
बुधवार सुबह 9 बजे DRG, STF, COBRA और CRPF की संयुक्त टीम बीजापुर-दंतेवाड़ा बॉर्डर के वेस्ट बस्तर डिवीजन क्षेत्र में सर्चिंग कर रही थी। इसी दौरान नक्सलियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी, जिस पर सुरक्षाबलों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की। यह मुठभेड़ न केवल सुरक्षाबलों की तत्परता और बहादुरी को दर्शाती है, बल्कि यह क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ जारी अभियान में एक महत्वपूर्ण सफलता भी है।
