जापान की टेनिस खिलाड़ी नाओमी ओसाका ने फ्रेंच ओपन टेनिस से नाम वापस लेकर सबको चौंका दिया है। उन्होंने यह फैसला उन पर लगाए गए भारी जुर्माने के बाद लिया है। उन्होंने बताया कि, ‘पहले दौर की जीत के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं जाने के लिए उन पर 15,000 अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगने के बाद वह फ्रेंच ओपन से हट रही हैं।’ उन्होंने कहा कि, ‘मैं एक सार्वजनिक मंच पर बात करने में सहज नहीं हूं और दुनिया की मीडिया से बात करने से पहले मुझे काफी घबराहट होने लगती है।’
मैं कभी भी एक बाधा नहीं बनना चाहती थी, लेकिन मैं यह स्वीकार करती हूं कि मेरी टाइमिंग सही नहीं थी और मेरा मैसेज और भी क्लियर तरीके से दिया जा सकता था। सच्चाई यह है कि मैं साल 2018 में हुए यूएस ओपन से ही मानसिक तनाव से लड़ रही हूं, जिससे उबरने में मुझे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।’
उन्होंने कहा कि, ‘पेरिस में मैं पहले से ही असुरक्षित और चिंतित महसूस कर रही थी, इसलिए मैंने सोचा कि अपनी भलाई के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस को छोड़ना ही बेहतर है। मैंने इसकी घोषणा पहले ही कर दी थी क्योंकि मुझे लगता है कि इस नियम के कुछ हिस्से पुराने हैं और मैं इसे उजागर करना चाहती थी।’
ओसाका को रेफरी से मिली थी कड़ी चेतावनी
रविवार को फ्रेंच ओपन के आगाज मैच में ओसाका ने रैंकिंग में 63वें स्थान पर काबिज पैट्रिसिया मारिया टिग को 6-4, 7-6 से हराकर दूसरे दौर में जगह बनाई थी और अगले दौर में 102वें स्थान पर काबिज एना बोगडन के खिलाफ कोर्ट में उतरना था। ओसाका को वादे के मुताबिक मैच के बाद कॉन्फ्रेंस में जाना था, लेकिन वह सवालों के जवाब देने के लिए नहीं आईं। ओसाका पर 15,000 डॉलर का जुर्माना लगाया गया है और इसके साथ ही उन हिदायत दी गई है कि अगर वह ऐसा दोबारा करती हैं तो उनके खिलाफ कड़े कदम उठाए जा सकते हैं।
फ्रेंच ओपन टूर्नामेंट रेफरी द्वारा ओसाका पर 15,000 डॉलर का जुर्माना लगाते हुए कहा कि अगर वह मीडिया दायित्वों से बचना जारी रखेंगी तो और कठोर दंड मिल सकता है। हालांकि, ओसाका ने पहले ही कहा था कि वे फ्रेंच ओपन के दौरान मीडियाकर्मियों से बात नहीं करेंगी।