कोरबा । कोरबा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गोपाल प्रसाद मिश्रा पर जनपद क्षेत्र के डेढ़ दर्जन सरपंचों एवं जनपद सदस्यों ने प्रताड़ित करने का गंभीर आरोप लगाया था। इसके दूसरे ही दिन मामले ने नया मोड़ ले लिया है। शिकायत पत्र में हस्ताक्षर करने वाले सरपंचों ने कहा है कि उन्हें अंधेरे में रखकर जनपद सीईओ के खिलाफ धोखे से हस्ताक्षर कराया गया है।
इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत से की गई थी। जनपद सदस्यों ने कहा है कि करुमौहा सरपंच चंद्रशेखर मंझवार के द्वारा हस्ताक्षर के लिए उन पर दबाव बनाया गया था।सरपंचों ने बताया है कि सरपंच ग्राम पंचायत करुमौहा एवं तत्कालीन आवास मित्र द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 72 आवास की राशि का दुरुपयोग किए जाने के संबंध में शिकायत प्राप्त हुआ है। जिसकी जांच खण्ड स्तर अनुविभाग स्तर पर की गई है। उक्त शिकायत से भयभीत होकर सरपंच द्वारा द्वेष की भावना से जनपद पंचायत कोरबा के सरपंचों को गुमराह करते हुए धोखे से शिकायत पत्र में हस्ताक्षर व सील लगवाया गया है। जो कि पूर्ण रूप से असत्य एवं झूठा है। सरपंचों ने जनपद सीईओ श्री मिश्रा द्वारा शासन की महत्वकांक्षी योजनाओं का बेहतर तरीके से क्रियान्वयन करते हुए जनप्रतिनिधियों के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार किए जाने की बात कही है। जनपद सीईओ गोपाल मिश्रा को कोरबा में यथावत रखे जाने की बात कही है।