शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने 13 बिंदुओं पर चर्चा कर राजस्व मंत्री ,कांग्रेस जिला अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन ,कहा शीघ्र स्थानांतरित नहीं किए तो करेंगे उग्र आंदोलन
कोरबा।जिले में कार्यरत 7 हजार से अधिक शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं के निराकरण के संबंध में 24 जून को शिक्षक सदन कोरबा में शिक्षक संघर्ष मोर्चा के संरक्षक सुरेश कुमार द्विवेदी संयोजक ओमप्रकाश बघेल महासचिव तरुण सिंह राठौर के नेतृत्व में एवं जिले के विभिन्न शैक्षिक संगठनों के जिला अध्यक्षों एवं संरक्षक मंडल के सदस्यों, पदाधिकारी गणों की उपस्थिति में विभिन्न एजेंडों पर चर्चा की गई।जिसके उपरांत डीईओ के कार्य व्यवहार की निंदा कर उनका अन्यत्र स्थानांतरण करने सम्बन्धी ज्ञापन राजस्व मंत्री एवं कांग्रेस जिला अध्यक्ष को सौंपा गया। कार्यवाई नहीं होने की सूरत में पदाधिकारियों ने उग्र आंदोलन की बात कही है।
जिन 13 बिंदुओं पर चर्चा हुई है उसके तहत विभिन्न समाचार पत्रों में भ्रष्ट अफसरों की सूची में डीईओ कोरबा का उल्लेख होने से स्कूल शिक्षा विभाग जिला कोरबा की छवि धूमिल हुई है। जिले में संलग्नीकृत शिक्षकों पर पक्षपात पूर्ण निरस्तीकरण आदेश निकाले जाने ,शिक्षा सत्र 2021-22 के संबंध में डीईओ द्वारा आदेश जारी नहीं करने के सम्बन्ध में चर्चा की गई।डीईओ द्वारा निजी स्वार्थों से प्रेरित विभिन्न कार्यक्रम जिससे अनर्गल एवं जबरदस्ती शिक्षकों पर मानसिक दबाव बनाने , शिक्षकों को शैक्षणिक गतिविधि से संबंधित 3 मिनट का वीडियो बनाकर विभाग को प्रेषित किए जाने , शिक्षकों के समस्याओं पर विभाग द्वारा संज्ञान नहीं लिया जाने पर भी गहन चर्चा की गई । डीईओ द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग जिला कोरबा को मौखिक आदेश के माध्यम से संचालन किए जाने
,248 संकुलों में प्रस्तावित शैक्षिक समन्वयकों की नियुक्ति लंबित होने ,स्कूलों को खनिज न्यास मद डीएमएफ से घटिया सामग्री प्रदाय किए जाने के संबंध में नाराजगी जाहिर की गई। विभिन्न शैक्षिक संगठनों द्वारा समस्याओं को लेकर दिए गए ज्ञापन के संबंध में कोई कार्यवाही नहीं किए जाने, डीईओ द्वारा संघ के पदाधिकारियों को महत्व नहीं दिया जाना एवं उनके प्रति दुर्व्यवहार किए जाने,अपने चहेते प्राचार्य को नोडल प्राचार्य बनाकर शिक्षकों पर विभिन्न तरीके से दबाव बनाने सहित डीईओ द्वारा जूनियर व्याख्याता को प्रभारी प्राचार्य बनाने के संबंध में चर्चा कर कार्य व्यवहार की निंदा की गई।
उक्त उल्लेखित बिंदुओं पर चर्चा करते हुए निर्णय लिया गया की स्कूल शिक्षा विभाग जिला कोरबा का मुखिया की कार्यप्रणाली शिक्षकों के हितों के तथा शासन के दिशा निर्देशों के प्रतिकूल हैं इनकी संपूर्ण गतिविधि निजी स्वार्थों से प्रेरित हैं इनके इस प्रकार की गतिविधि से जिले में कार्यरत 7 हजार से अधिक शिक्षक मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं जिससे स्पष्ट ज्ञात होता है की उक्त अधिकारी शिक्षकों की एवं शिक्षा विभाग की हितैषी प्रतीत नहीं होते। साथ ही उक्त अधिकारी की कार्यप्रणाली एवं गतिविधि विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से समाचार पत्रों में सोशल मीडिया में ऑनलाइन कार्यक्रमों में बने रहने की प्रवृत्ति दिखाई पड़ता है । शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने शासन प्रशासन से मांग की है कि ऐसे हटधर्मी एवं स्कूल शिक्षा विभाग को बदनाम करने वाले अधिकारी को अविलंब कोरबा जिले से स्थानांतरित किया जाए। इसके लिए प्रदेश के कैबिनेट मंत्री जयसिंह अग्रवाल एवं कांग्रेस के जिलाध्यक्ष हरीश परसाई को शिक्षकों ने मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा है। शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं पर अविलंब नहीं निर्णय लिए जाने की स्थिति मे शिक्षक संघर्ष मोर्चा जिला कोरबा ने उग्र आंदोलन की बात कही है । उक्त समस्याओँ के सम्बंध मे जिला प्रशासन संज्ञान नही लेती तो विभागीय मंत्री, सीएमओ कार्यालय मुख्यमंत्री , को जिले के शिक्षकों , पदाधिकारियों द्वारा ट्विटर अभियान चलाकर उक्त अधिकारी की कार्यप्रणाली का संज्ञान दिलाया जाएगा।
इस दौरान मुख्य रूप से सुरेश कुमार द्विवेदी संरक्षक, ओम प्रकाश बघेल संयोजक, तरुण सिंह राठौर महासचिव ,विभिन्न जिलाध्यक्ष जिसमें मुख्य रूप से एस एन शिव, नित्यानंद यादव जेआर महेश्वरी, आरडी केसकर ,टी आर कुर्रे ,एल एम द्विवेदी, विनय कुमार शुक्ला, आरआर श्रीवास , अरुण चौधरी, विनय सोनवानी, एनके राजवाड़े, केपी कुल मित्र, बीआर प्रजापति, एच अगरिया जेपी कोसले सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।