सिंघल एनर्जी द्वारा रिजर्व फॉरेस्ट क्षेत्र में फैलाए गए फ्लाई ऐश की हो जांच, फिर हो विस्तार की जनसुनवाई, जनहित पर्यावरण हित में तत्काल हो लोक सुनवाई निरस्त

जिला कांग्रेस कमेटी प्रवक्ता ने पर्यावरण मुख्यालय रायपुर को सिंघल की जनसुनवाई रद्द करने के लिए लिखा पत्र

रायगढ़, ।सिंघल एनर्जी की लोक सुनवाई के लिए विरोध का दौर लगातार जारी है। एक ओर ग्रामीण विरोध कर रहे हैं तो वही राजनीतिक पार्टियों के पदाधिकारी भी विरोध करने के लिए सामने आ रहे हैं।

जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता राजा शर्मा ने पर्यावरण विभाग रायपुर मुख्यालय तथा वन एवं पर्यावरण कैबिनेट मंत्री छत्तीसगढ़ शासन को पत्र लिखकर आगामी होने वाले सिंघल इंटरप्राइजेज की जनसुनवाई को रद्द करने तथा सिंघल प्लांट के अंदर में लाखों टन फ्लाई एस के पहाड़ बना दिए गए हैं।

जिसके वजह से पूरे क्षेत्र में प्रदूषण फैल रहा है तथा फैक्ट्री के पीछे की ओर कई किलोमीटर तक रिजर्व फॉरेस्ट कक्ष क्रमांक 833क्रस्नऔर 834क्रस्न, तराईमाल बिट की जमीन पर भी फ्लाई एस फैलाने का आरोप लगाया है। यहां तक पत्र में घने जंगल होने के वजह से कोई भी जांच दल फैक्ट्री के पीछे नहीं जाता है जिसकी वजह से रिजर्व फॉरेस्ट में फैले फ्लाईएस नजर नहीं आते हैं तथा दोनों कक्ष क्रमांक के बीच से एक नाला है जो कि शिवपुरी एनीकट डैम की ओर जाता है उस पर भी कई फीट तक फ्लाई एस बहने से नाला पूरी तरह पट चुका है इसलिए इसकी संपूर्ण जांच हो तथा रिजर्व फॉरेस्ट में फैले फ्लाई एस व फैक्ट्री के अंदर में हजारों टन फ्लाई ऐश के पहाड़ बना दिए गए हैं इसकी संपूर्ण जांच हो उसके बाद आगामी होने वाले सिंघल इंटरप्राइजेज फैक्ट्री के विस्तार की जन सुनवाई की जाए क्योंकि वर्तमान में ही सिंघल इंटरप्राइजेज द्वारा पर्यावरण के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए भारी पैमाने में प्रदूषण फैलाए जाने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। यहां तक कि घरघोड़ा रायगढ़ के बीच घने रिजर्व फॉरेस्ट के जंगल भी तबाह हो रहे हैं तथा आमजन भी प्रदूषण फैलने से प्रभावित हो रहे हैं तथा रायगढ़ घरघोड़ा मुख्य मार्ग पर आवागमन में यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इसलिए पर्यावरण तथा वन विभाग को सिंघल इंटरप्राइजेज फैक्ट्री की जांच करनी चाहिए और जब तक निष्पक्ष जांच ना हो जाए तब तक आगामी होने वाले विस्तार की जनसुनवाई रद्द किये जाने की मांग की है।