सुरेंद्र को ग्रामीण जिलाध्यक्ष बनाए जाने पर फूटने लगे विरोध के स्वर,बोले पूर्व अध्यक्ष केरकेट्टा शहरी क्षेत्र के पार्षद को कार्यकर्ता नहीं कर रहे स्वीकार

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा जिला अध्यक्षों को बदले जाने के 3 दिन बाद कोरबा से विरोध के स्वर फूटने लगने हैं। जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व जिला अध्यक्ष व पाली -तानाखार विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने सुरेंद्र प्रताप जायसवाल को ग्रामीण जिला अध्यक्ष बनाए जाने के फैसले पर ऐतराज जताते हुए इसे जन भावनाओं के विपरीत बताया है। कटघोरा ,जशपुर ,रायगढ़ व रामानुजगंज विधायक के साथ मिलकर उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम से ग्रामीण क्षेत्रों से ही ग्रामीण जिला अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की है।

पाली तानाखार विधायक व जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व ग्रामीण अध्यक्ष मोहित राम केरकेट्टा ने हसदेव एक्सप्रेस न्यूज को बताया कि जिला कांग्रेस कमेटी का ग्रामीण अध्यक्ष ग्रामीण क्षेत्रों से ही होना चाहिए। चाहे पार्टी किसी को भी यह जिम्मेदारी दे पार्टी के कार्यकर्ता इसे सहर्ष स्वीकार करेंगे। लेकिन कोरबा में जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण अध्यक्ष का पद सुरेंद्र प्रताप जायसवाल को दिया गया है जो कि शहरी क्षेत्र नगर निगम के पार्षद हैं । इस फैसले से ग्रामीण जनता व पार्टी के कार्यकताओं में नाराजगी है। उन्होंने बताया कि अध्यक्ष बनाए जाने से पूर्व जिले के विधायकों से लिखित सहमति भी नहीं ली गई। तो आखिर किसके आदेश से ग्रामीण जिला अध्यक्ष बनाया गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें जिला अध्यक्ष के पद का कोई मोह नहीं है। लेकिन जनभावना के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्रों से ही ग्रामीण जिला अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। श्री केरकेट्टा ने कहा कि पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने विधायक द्वय से ग्रामीण जिला अध्यक्ष पद के तौर पर नाम भेजने की बात कही है जिस पर पार्टी जल्द अमल करेगी।