रायगढ़। जिले में बुधवार को एक आदिवासी युवक ने फंदा लगाकर जान दे दी। मरने से पहले उसने दीवार पर लिखा कि नमो पटेल और चंद्रा पुलिस ने उसकी जान ली है। आरोप है कि व्यापारी नमो पटेल के दबाव में पुलिस ने मारपीट की एफआईआर दर्ज की थी और अब निपटारे के लिए रुपए का दबाव बना रहे थे। मामला सामने आने के बाद गुरुवार को एसपी ने एएसआई अर्जुन चंद्रा को सस्पेंड कर दिया है। 3 के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
जानकारी के मुताबिक, कोतरा रोड थाना क्षेत्र के गांव उसरौट निवासी ईश्वर प्रसाद सिदार पुत्र मोहन सिदार बुधवार को घर के कमरे में फंदे से लटका मिला। मोहन लाल और उसके भतीजे रमेश सिदार का 4 दिन पहले झगड़ा हुआ था। झगड़े के बाद रमेश ने ईश्वर के खिलाफ एफआईआर करा दी। परिजनों का आरोप है कि एक पुलिसकर्मी ने 20 हजार रुपए मांगे और थाने बुलाया। परिवार के लोग इस संबंध में थाने जा रहे थे। घटना के बाद ईश्वर के परिजन देर शाम गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए थे। उसके पिता मोहन का आरोप है कि उसरौट के व्यवसायी के कहने पर उसके बेटे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। परिवार को फोन कर बुलाया और थाने में दिनभर बैठाए रखा। एक कर्मी ने बाहर ले जाकर रुपए देने और मामला रफा-दफा करने के लिए कहा। उसके पास रुपए नहीं थे, इसलिए तीन-चार दिन का समय मांगा था। घटना के बाद देर रात तक हंगामा चलता रहा और राजनीति भी शुरू हो गई थी। इसे देखते हुए एसपी भी रात में धरने पर बैठे परिजनों से मिलने पहुंचे। थाना प्रभारी चमन सिन्हा ने बताया कि एएसआई अर्जुन चंद्रा सहित 3 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इनमें व्यापारी नमो पटेल और ईश्वर के चचेरे भाई रमेश सिदार का भी नाम है। तीनों पर एक राय होकर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।