जिलाधीश के समक्ष जिलेवासी कल से प्रति मंगलवार रख सकेंगे फरियाद ,कोविड -19 के कहर के बाद सुधरे हालात ,टीएल के बाद प्रत्येक सप्ताह होगा कलेक्टर जनदर्शन

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । कोरोना (कोविड -19 ) के कहर के कारण एहतियातन पिछले डेढ़ सालों से बंद कलेक्टर जनदर्शन हालात सामान्य होने के बाद एक बार फिर शुरू होने जा रहा है। प्रत्येक सप्ताह मंगलवार को कलेक्टर द्वारा ली जाने वाली समयसीमा की बैठक के पश्चात अब प्रति सप्ताह 12.30 बजे दोपहर से जनदर्शन का कार्यक्रम कलेक्ट्रेट में होगा। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के समक्ष आमनागरिक सीधे उक्त जनदर्शन कार्यक्रम में पहुंचकर अपनी समस्याओं व शिकायतों को रख सकते हैं, जिनका जिला प्रशासन द्वारा यथासंभव त्वरित निराकरण कराया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमणकाल के दौरान पूर्व में करीब डेढ़ साल तक समयसीमा की बैठक एवं जनदर्शन कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए थे, आमजन द्वारा आनलाईन माध्यम से समस्याएं व शिकायतें प्रस्तुत की जा रही थी ।किन्तु अब समयसीमा की बैठकें प्रति सप्ताह प्रारंभ हो गई हैं। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने जनदर्शन कार्यक्रम पुनः प्रारंभ करने का निर्णय लेते हुए प्रत्येक मंगलवार को होने वाली टी.एल. बैठक के पश्चात दोपहर 12.30 बजे से कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जनदर्शन का कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।26 अक्टूबर से इसकी शुरुआत हो जाएगी। जनदर्शन से लोगों के लंबे समय से राजस्व, कृषि, बिजली, आवास, पानी से संबंधित एवं विभिन्न प्रकार के लंबित समस्याओं के समय सीमा में समाधान में तेजी आएगी।
उक्त जनदर्शन कार्यक्रम में आमजन अपनी शिकायतों, समस्याओं को प्रस्तुत कर सकते हैं, प्रस्तुत शिकायतों व समस्याओं का यथासंभव निराकरण विभिन्न विभागों द्वारा समयसीमा में किया जाएगा।जनदर्शन में प्राप्त आवेदनों की कलेक्टर स्वयं निगरानी करेंगी। प्रकरणों की समीक्षा कर निर्धारित समयावधि में निराकरण किया जाएगा।

जारी किया जाएगा टोकन ,कोविड -प्रोटोकॉल का कड़ाई से होगा पालन

कलेक्टर जनदर्शन की शुरुआत आम जनता की सनस्याओं का त्वरित निराकरण करने के उद्देश्य से किया जा रहा है ,ताकि फरियादी अपनी मांग एवं सनस्याओं से सीधे जिले के मुखिया को अवगत करा सकें। लेकिन कोविड -19 की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए कलेक्टर जनदर्शन में भी कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। मास्क लगाए बगैर कलेक्टोरेट में प्रवेश नहीं दी जाएगी। इसके साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।कलेक्टोरेट में सेनेटाइजर की भी व्यवस्था की जाएगी। सभी आवेदकों को जनदर्शन पूर्व टोकन नम्बर दिया जाएगा। जिसकी एक प्रति मूल आवेदन के साथ अटैच करना होगा।

पहाड़ी कोरवा सहित जिले के अंतिम छोर से भी आते हैं फरियादी

अपनी मांग एवं समस्याओं को लेकर जिले के अंतिम छोर पर बसे ग्रामीण भी फरियाद लगाने पहुँचते हैं। समय के साथ साथ विशेष संरक्षित जनजाति राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पहाड़ी कोरवा व बिरहोर जनजाति के लोगों में शिक्षा के प्रभाव से जनजागरूकता आई है। वो भी अपनी मांग व समस्याओं को लेकर सीधे जिलाधीश से अपनी फरियाद रखने पहुँचते हैं। कलेक्टर श्रीमती रानु साहू ने ऐसे विशेष जरूरतमंद आवेदकों की हर संभव मदद के निर्देश दिए हैं ताकि वे आसानी से जनदर्शन में आवेदन पत्रों के माध्यम सीधे उन तक अपनी मांग ,समस्या व शिकायतें रख सकें।