हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। एसईसीएल कोरबा परियोजना अंतर्गत ढेलवाडीह सिंघाली एवं बगदेवा खदान के प्रभवितों ने 7 सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार को हुंकार रैली निकाली । ढेलवाडीह महाप्रबंधक कार्यालय के सामने घण्टों प्रदर्शन कर सीएमडी के नाम ज्ञापन सौंपा।
उर्जाधानी भू -विस्थापित किसान कल्याण समिति के आह्वान पर रैली और प्रदर्शन में ढेलवाडीह,सिंघाली ,बगदेवा परियोजना से पर प्रभावित ग्राम सिंघाली,ढपढप,भेजीनारा,अभयपुर,अरदा व हर्राभांठा सहित अन्य गांवों के भू -विस्थापित एकजुट हुए। प्रभावित ग्राम के ग्रामीणों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं मिल पा रही है। जमीन देने वाले किसानों की हालत बद से बदतर हो चुकी है। जिसको लेकर संगठन ने अनदेखी किए जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। संगठन के अध्यक्ष सपूरन कुलदीप ने कहा कि भुविस्थापितों की छाती में देश विकास की नींव रखी गई है। उनकी सुध नहीं ली जा रही है। लोगों को अपने मूलभूत अधिकारों के लिए सड़कों पर उतरने मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि एसईसीएल के सभी क्षेत्रों की समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर 3 अक्टूबर से आंदोलन शुरू कर दिया गया है। गेवरा ,दीपका व कुसमुंडा क्षेत्र में आंदोलन चल रहा है।अब कोरबा क्षेत्र में आंदोलन का विस्तार हो रहा है। आंदोलन के अगले चरण में खदान का उत्पादन व डिस्पेच रोकने की चेतावनी दी गई है।
ये है प्रमुख मांगे
०सीएसआर के तहत प्रभावित गांवों का समुचित विकास किया जाए।
०खदान के कारण धंसे ढपढप के 28 कुओं का मुआवजा प्रदान किया जाए।
०सिंघाली परियोजना के भू -विस्थापित 276 को रोजगार व मुआवजा प्रदान किया जाए।
०अभयपुर भेजीनारा में ब्लास्टिंग के कारण हुई शिकायतों का निराकरण किया जाए।
०माइनिंग अथवा डिपलिरिंग करने से पहले ग्रामसभा का आयोजन किया जाए।
०प्रभावित ग्रामों में पेयजल की समस्या दूर किया जाए।
०स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार दिया जाए।