हसदेव की खबर का असर,रेडी टू ईट की मॉनिटरिंग में लापरवाही पर बिफरीं कलेक्टर ,पसान ,चोटिया पोंडी परियोजना अधिकारियों को डीपीओ ने जारी किया नोटिस

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। रेडी टू ईट कार्यक्रम के मॉनिटरिंग में बरती जा रही लापरवाही से स्व सहायता समूहों द्वारा मासूमों के निवालों पर डाका डालने संबंधी हसदेव एक्सप्रेस की खबर पर कलेक्टर ने स्वतः संज्ञान लिया। उन्होंने चोटिया ,पसान ,एवं पोंडी उपरोड़ा परियोजना अधिकारियों को तत्काल नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर के निर्देश पर डीपीओ ने तीनों परियोजनाओं के सीडीपीओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।जल्द ही संबंधित समूहों पर भी कार्रवाई की गाज गिरेगी।

यहाँ बताना होगा कि पसान ,चोटिया ,पोंडीउपरोड़ा इन तीनों परियोजनाओं में सुपोषण अभियान की रफ्तार स्व सहायता समूहों की भ्रष्टाचार एवं अधिकारियों के लापरवाही की भेंट चढ़ गई है। हाल ही में जनप्रतिनिधियों के औचक निरीक्षण में पोंडी के सिंधिया एवं बिंझरा सेक्टर में रेडी टू ईट वितरण निर्धारित मात्रा अनुरूप नहीं किए जाने का प्रकाश में आया था। हसदेव एक्सप्रेस ने इसको लेकर प्रमुखता से समाचार प्रकाशित कर जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया था। प्रशासन के संज्ञान में यह बातें लाई गई कि तीनों परियोजनाओं के 9 सेक्टरों में पाली ब्लॉक के एक ठेकेदार का नियंत्रण है।भाजपा नेता रेडी टू ईट ठेकेदार 4 टीएचआर की जगह महज एक से 2 टीएचआर का वितरण कर मासूमों के निवालों पर डाका डाल रहा है। जिसमें चोटिया सेक्टर के मोरगा, पोंडी उपरोड़ा सेक्टर के जटगा ,रावा,तुमान एवं पसान परियोजना के अमलीकुंडा,पसान ,तनेरा, पुटीपखना,पिपरिया कुल 9 सेक्टरों का संचालन कर रहे हैं।परियोजना अधिकारियों के सतत मॉनिटरिंग नहीं करने की वजह से शासन की योजनाओं का लाभ हितग्राहियों को नहीं मिल पा रहा । जबकि अधिकारी बाबू कमीशन की आड़ में मिलीभगत कर लाखों का बिल पास कर अनुचित लाभ दिला रहे हैं। कलेक्टर ने तीनों परियोजना अधिकारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए थे। डीपीओ ने तीनों परियोजनाओं के सीडीपीओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। पसान में श्रीमती निशा कंवर ,चोटिया में श्रीमती मंजू सिंह एवं पोंडी उपरोड़ा में किरण उपाध्याय को नोटिस जारी कर डीपीओ ने जवाब मांगा है।

समूह चयन में टिकी है निगाहें

इन 9 सेक्टरों में रेडी टू ईट का संचालन कर रहे ठेकेदार की नए सिरे से हो रहे समूह चयन पर निगाहें टिकी है। विभिन्न समूहों के नाम से आवेदन डलवाया गया है। अधिकारियों पर भी दबाव बनाया जा रहा है। इसके अलावा हरदीबाजार की एक रेडी टू ईट की संचालिका सह नेत्री भी इसी नक्शे कदम पर है। रेन्की ,चोढा,हरदीबाजार ,दीपका ,जवाली सहित अन्य सेक्टर में इनका कब्जा है। कलेक्टर रानु साहू के पास इनके क्रियाकलापों की पूरी रिपोर्ट पहुंच गई है। लिहाजा अब समूह चयन को कलेक्टर ने स्वयं अपनी निगरानी में लेने का निर्णय लिया है। ताकि पात्र समूहों को योजना की जिम्मेदारी दी जा सके।