कोरबा। गेवरारोड -कटघोरा होते हुए पेंड्रारोड़ तक रेल कॉरिडोर के निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा खनिज नियम कायदों को ताक में रखकर बिना रायल्टी अवैध खनन कर शासन को बड़ी राजस्व क्षति पहुंचाई जा रही है।शिकायत के आधार पर पहुँचे पोंडी उपरोड़ा तहसीलदार ने 3 हाइवा जब्त कर लिया गया है। जांच होने तक सम्बंधित कंपनी को किसी भी तरह का कार्य नहीं करने की कड़ी हिदायत दी गई है।
यहां बताना होगा कि महत्वाकांक्षी योजना गेवरारोड -कटघोरा होते हुए पेंड्रारोड़ तक रेल कॉरिडोर का कार्य प्रारंभ हो चुका है। रेल कॉरिडोर का कार्य पूर्ण हो जाने से कटघोरा सहित आसपास के क्षेत्र के लोगों को भी रेल सेवाएं मिलने लगेगी। यह कार्य हैदराबाद के किसी फर्म को दिया गया है। लेकिन कंपनी द्वारा खनिज नियमों का उल्लंघन कर शासन को बड़ी राजस्व क्षति पहुंचाई जा रही है। पोंडी उपरोड़ा के तहसीलदार के के लहरे को शिकायत मिली कि योजना के तहत बेस लाइन तैयार करने में बिना अनुमति के ही अवैध खनन कर मिट्टी मुरुम का उपयोग किया जा रहा है। शिकायत पर श्री लहरे ने कटघोरा टीआई ,पुलिस एवं राजस्व अमले के साथ सिंधिया पहुंचकर मुआयना किया। यहाँ 2 हाइवा व एक वाल्वो कार्यरत मिले। मौके पर उपस्थित मुकेश चौधरी पिता गोपीकिशन से मिट्टी,मुरुम का खनन एवं परिवहन के संबंध में अनुमति पत्र मांगा गया जो वह मौके पर उपलब्ध नहीं करा सका। तहसीलदार ने बताया कि तत्काल तीनों वाहनों को जब्त कर पूरे मामले को जांच में लिया गया है। जांच पूरी होने तक किसी भी तरह का कार्य (खनन ,परिवहन )नहीं करने की हिदायत दी गई है । सूत्रों में मुताबिक अभी तक मिट्टी मुरुम का अवैध उत्खनन कर करीब 2 करोड़ की राजस्व क्षति शासन को पहुंचाई जा चुकी है।
अन्य जगह भी हुआ अवैध उत्खनन
सूत्रों के अनुसार रेल कॉरिडोर के लिए बेस तैयार करने मिट्टी मुरुम फिलिंग के लिए ग्राम सिंधिया के अलावा डूमरमुड़ा,अमलडीहा,पसान बैरा सहित आसपास के शासकीय जमीन की बेतरतीब तरीके से खुदाई की गई । भारी वाहनों के परिचालन से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्मित डूमरमुड़ा से कुटेशरनगोई एवं सिंधिया से मलदा मार्ग भी धज्जियां उड़ गई है।