0 पढा-लिखा CSEB का इंजीनियर आया झांसे में
कोरबा। भाग्यशाली विजेता जूनियर इंजीनियर को कार नहीं मिली बल्कि पढ़ा-लिखा होने के बाद भी 3 लाख 70 हजार से अधिक की रकम गंवा बैठा।

डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह कोरबा पूर्व में जूनियर इंजीनियर व सीएसईबी कालोनी निवासी पुष्पेन्द्र चौधरी से 14 सितंबर 2018 से 18 मार्च 2019 के मध्य शॉप ऑफ ड्रीम्स कंपनी की ओर से विक्रांत सिंह, साक्षी शर्मा, लक्ष्मण दास, राजेश सिंह यादव व अन्य सहयोगी द्वारा पेटीएम लक्की विनर होने का झांसा देकर 3 लाख 70 हजार 582 रुपए की ठगी की गई। विक्रांत सिंह ने पुष्पेन्द्र के पास पेटीएम शॉपिंग पाइंट्स अधिक होने की बात कहकर 10 लक्की वीनर में चयन होने का झांसा दिया। इसके बाद 17 सितंबर को साहिल ने रजिस्ट्रेशन के नाम पर 2599 रुपए पेटीएम वॉलेट में जमा कराया। साक्षी शर्मा ने शॉपिंग करने के लिए 20 हजार रुपए पेटीएम वॉलेट में जमा कराया और कंपनी की ओर से 80 हजार रुपए जोड़कर शॉपिंग पाइंट्स बढ़ाने की बात कही। फिर साक्षी शर्मा ने आरटीओ रोड टैक्स के लिए 31983 एवं इंश्योरेंस के लिए 38 हजार रुपए जमा कराने के लिए कहा। पुष्पेन्द्र ने लक्ष्मणदास के पेटीएम में यह राशि जमा कराई। इसके बाद साक्षी शर्मा ने ब्रांड एम्बेसडर के लिए फाइल सेलेक्ट होने पर पूरा राशि वापस होने की बात कह 1 लाख रुपए जमा कराया जो अलग-अलग किश्तों में जमा किया गया। इसके उपरांत कार के कीमत का टीडीएस एमाउंट 30 प्रतिशत 1 लाख 66 हजार 500 रुपए में से 56 हजार रुपए जमा करने और बाकी राशि कंपनी द्वारा सहयोग के रूप में जमा करने का झांसा दिया। उक्त राशि जमा कराने के बाद 1 लाख रुपए शार्टेज बताकर 50 हजार रुपए जमा कराया गया। फिर 25 हजार रुपए और जमा कराने कहा गया जो जमा नहीं करने पर फाइल कैंसिल करने की बात कही गई। इसके बाद कान्टेस्ट की तारीख बढ़ने की बात कह 17 मार्च को इम्तियाज अली ने शॉप ऑफ ड्रीम्स कंपनी के सील होने की जानकारी दी। पुष्पेन्द्र को ई-कॉमर्स इन्क्वारी से संबंधित अधिकारी बताकर रुपए वापस होने की बात कही और पूरा ट्रांसजेक्शन का ब्यौरा बताकर 15 हजार रुपए ई-कॉमर्स पेटीएम में जमा कराया गया। कुल मिलाकर भाग्यशाली विजेता में कार जीतने के चक्कर में पुष्पेन्द्र ने 3 लाख 70 हजार 582 रुपए गंवा दिया। पुष्पेन्द्र की रिपोर्ट पर विक्रांत, साक्षी, लक्ष्मणदास, राजेश सिंह व अन्य के विरूद्ध धारा 420, 34 भादवि के तहत जुर्म दर्ज कर लिया गया है।