रायपुर। पंजाब, राजस्थान के बाद छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार में भी मंत्रिमंडल फेरबदल की सुगबुगाहट तेज हो चली है। इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात भी की। बताया जा रहा है सीएम बघेल इस मुलाकात में आगामी उत्तर प्रदेश चुनाव के साथ-साथ मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी चर्चा की है।
प्रदेश के सीएम भूपेश बघेल तीन दिन के दिल्ली और उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। इस दौरान वे लखनऊ और लखीमपुर खीरी में चुनावी दौरा कर रहे हैं।जब सीएम राजधानी रायपुर से दिल्ली के लिए रवाना हो रहे थे, तब उन्होंने मंत्रिमंडल विस्तार पर कहा था कि कांग्रेस आलाकमान से अपॉइंटमेंट मिले तो होगी बात जरूर होगी। हालांकि इससे ज्यादा सीएम मंत्रिमंडल को लेकर कुछ नहीं बोले। लेकिन उनके इस बयान से इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि शायद सीएम हाईकमान से इस मंत्रिमंडल फेरबदल का मुद्दा उठाएंगे और अगर कांग्रेस आलाकमान से हरी झंडी मिलती है तो प्रदेश में मंत्रिमंडल का फेरबदल हो सकता है।
कुछ मंत्रियों के विभागों में होगा फेरबदल
छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक देवेश तिवारी ने एक चर्चा में कहा कि राज्य में जब कांग्रेस की सरकार बनी थी उस दौरान मंत्री बनने वाले दावेदारों की संख्या कहीं ज्यादा थी। उस दौरान विधायकों को जाति, क्षेत्र के आधार पर मंत्रिमंडल में जगह दी गई थी। लेकिन कई ऐसे वरिष्ठ और अनुभवी विधायक भी थे जिन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल सकी थी। संभावित फेरबदल में अब ऐसे अनुभवी विधायकों को भी मौका दिया जाना है। दुर्ग क्षेत्र से मुख्यमंत्री के अलावा कई बड़े विभाग के मंत्री आते हैं। इसलिए सीएम क्षेत्रीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल फेरबदल करना चाहते है ताकि सभी क्षेत्रों का बराबर प्रतिनिधित्व मंत्रिमंडल में हो सके। इसलिए उन्होंने यह कहा कि कांग्रेस हाईकमान अगर मंजूरी देता है तो वे अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकते है।
सभी मंत्री पद भरे
तिवारी आगे बताते है कि राज्य में करीब 12 लोगों को मंत्री बनाया जाता है। फिल्हाल सभी मंत्री पद भरे हुए हैं।ऐसे में अच्छा काम नहीं करने वाले एक या दो मंत्री को हटाया जा सकता है जबकि कई मंत्रियों के विभाग बदले जा सकते हैं।जबकि टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू जैसे वरिष्ठ मंत्रियों के विभाग बदलने की संभावना न के बराबर है। जहां तक देव के समर्थकों को जगह मिलने का सवाल है तो प्रेमसाय सिंह टेकाम मंत्री सिंहदेव के गुट के माने जाते वो पहले से ही मंत्री बने हुए हैं।इसके अलावा जो लोग उनके साथ खड़े वो सभी एक बार के विधायक है। ऐसे में उनके समर्थकों को भी जगह मिलना संभव नहीं है।
सीएम भूपेश ने दिए थे संकेत
बघेल सरकार के तीन साल का कार्यकाल पूरा होने पर सीएम बघेल ने रायपुर में भी कहा था कि छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल में फेरबदल संभव है। बीते दिनों छत्तीसगढ़ में ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले पर काफी खींचतान देखने को मिली थी। ऐसी चर्चाएं थी कि छत्तीसगढ़ में ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला लागू होगा। जिसके तहत ढाई साल भूपेश बघेल और ढाई साल टीएस सिंहदेव सीएम पद पर रहेंगे। हालांकि पार्टी ने और खुद भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव ने ऐसे किसी फॉर्मूले से इनकार किया था। हालांकि जिस तरह से भूपेश बघेल सरकार के ढाई साल पूरे होने पर राज्य में सियासी खींचतान और फिर दिल्ली के दौरे देखने को मिले, उससे ढाई ढाई साल के फार्मूले को बल मिला था।