कोरबा। जिले में वन कर्मचारी अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन पर डटे हुए है। वेतन विसंगति सहित कई लंबित मुद्दे इसमें शामिल हैं। कर्मचारियों की हड़ताल से कई प्रकार की समस्याएं निर्मित हो रही हैं। वहीं अब वन परिक्षेत्र अधिकारियों के संगठन ने 1 अप्रैल से हड़ताल का समर्थन करना तय किया है।
दरअसल, कोरबा के साथ-साथ पूरे प्रदेश में वन कर्मचारियों ने अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे है। कर्मचारियों का कहना है कि उनकी कई मांगे काफी समय से लंबित है, और इसे लेकर बार-बार सरकार का ध्यान आकर्षित किया जा रहा है। आश्वासन के अलावा दूसरे विकल्प नहीं दिए जा रहे हैं इसलिए अब हड़ताल के अलावा कोई रास्ते नहीं बचे हैं। कोरबा जिले में कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी ने बताया कि हड़ताल के कई दुष्प्रभाव सामने आ रहे हैं। अगर रेंजर भी इस हड़ताल में शामिल होते हैं तो नुकसान और बढ़ सकता है। इससे पहले कई राजनैतिक संगठनों के द्वारा वन कर्मचारियों की मांगों को जायज ठहराते हुए उन्हें समर्थन दिया जा चुका है। ऐसे सभी संगठनों की ओर से प्रदेश सरकार को पत्र भेजे गए हैं और कहा गया है कि जो मांगे कर्मचारी कर रहे हैं उसे पूरा करने के प्रति गंभीरता दिखाई जानी चाहिए। देखते हैं कि कर्मचारियों का यह प्रदर्शन और कब तक चलता है।