महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी बनकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को ठगा ,एक साल बाद अपराध दर्ज

कोरबा । महिला बाल विकास अधिकारी बनकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को ठगने के साल भर पुराने मामले में पुलिस विवेचना उपरांत आखिरकार अपराध दर्ज कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक जिले के पाली थानांतर्गत वार्ड-6 कुम्हारपारा में निवासरत शकुंतला साहू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बतौर बजारपारा में पदस्थ है। 6 जून 2021 को सुबह करीब 11.30 बजे उसकी पुत्री अंजनी साहू के मोबाईल पर मोबाईल नंबर 7292896965 व 7634970706 से फोन किया गया। फोन करने वाले ने खुद को महिला बाल विकास अधिकारी आरके सिंह बताया और मातृ वंदना योजना के हितग्राहियों के बारे में कार्यकर्ता से जानकारी लिया। ऑनलाईन भुगतान के लिए फोन में एप्लीकेशन लोड करवाया और इसी नंबर पर योजना की राशि आने पर भुगतान करुंगा कहकर झांसा दिया और फोन पे के माध्यम से अंजनी साहू के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में संचालित खाता से 15 हजार रुपए आहरण कर ठगी कर लिया। कार्यकर्ता ने तत्काल पाली थाना, महिला बाल विकास कार्यालय पाली परियोजना व एसबीआई शाखा पाली में सूचना दी। कोई कार्यवाही नहीं होने पर 15 जून 2021 को ऑनलाईन शिकायत किया गया था जिसके लगभग 11 माह बाद पूछताछ उपरांत उक्त मोबाईल नंबर के धारक के विरुद्ध धारा 420 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना की जा रही है।बता दें कि मातृत्व वंदना योजना में प्रथम बार गर्भवती महिला को केंद्र सरकार की ओर से 5000 रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाती है। वांछित दस्तावेजों के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से निर्धारित प्रारूप में आवेदन जमा करने पर उसके खाता में तीन किस्तों में कुल 5000 रुपये जमा किए जाते हैं। अब इस योजना में भी फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद कार्यकर्ताओं से लेकर हितग्राहियों को सजग रहने की आवश्यकता है।