दुर्ग। जिले में एक युवक ने अपनी पत्नी दो बच्चो को मौत के घाट उतारने के बाद खुदकुशी कर ली। युवक ने एक दिन पहले परिवार के साथ मिलकर पत्नी का जन्मदिन मनाया था। फिर न जाने ऐसी क्या बात हो गई कि पत्नी बच्चों के सो जाने के बाद उसने पहले उन्हें मार दिया और फिर खुद भी मौत को गले लगा लिया।
उतई पुलिस मामले की जांच कर रही है। उतई टीआई मोनिका पांडेय ने बताया कि घटना थाना क्षेत्र के उमरपोटी गांव में हुआ है। यहां भोजराम साहू पिता भूरेलाल साहू (32) अपनी पत्नी ललिता साहू (28), बेटा प्रवीण (4) और डिकेन्द्र साहू (2) के साथ रहता है। घर में भोजराम के मां बाप व बड़े भाई का परिवार भी रहता है। वह बीएसपी प्लांट में मजदूरी करता था।
दो दिन पहले वह बुधवार को ललिता का जन्मदिन था
भोजराम ने ललिता का जन्मदिन धूमधाम से मनाया। इसके बाद अगले दिन गुरुवार की सुबह 9 बजे वह अपनी साली को उसके ससुराल छोड़ने गया था। साली को ससुराल छोड़ने के बाद भोजराम बीएसपी ड्यूटी जाने की बात कहकर वहां से चला गया। इसके बाद वह ड्यूटी न जाकर सीधे अपने घर लौट आया। घर में पहुंचते ही उसका उसकी पत्नी से काफी विवाद हुआ। इसके बाद पत्नी ने दोपहर में खाना बनाया खाया और बच्चों के साथ सोने चली गई। इसी दौरान भोजराम उनके पास गया और मोबाइल चार्जिंग वायर से पत्नी और बड़े बेटे का गला घोंट दिया। जब दोनों की मौत हो गई तो उसके बाद छोटे बेटे की तकिया से मुंह दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद पत्नी की साड़ी से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली।
देर शाम तक दरवाजा नहीं खुला तो चला पता
देर शाम 7.30 बजे तक जब भोजराम के कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो उसके बड़े भाई ने खिड़की से झांककर देखा तो उसके उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। इसके बाद उसने पुलिस को मामले की सूचना दी।घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा है। हजारों की संख्या पूरी रात भीड़ लगी रही। एएसपी ग्रामीण अनंत साहू ने बताया कि शव को पीएम के लिए मॉर्चुरी में रखवा दिया गया है।