कोरबा। वित्तीय वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में एसईसीएल कोयला उत्पादन और डिस्पैच के लक्ष्य से पिछड़ गया है। अप्रैल, मई और जून के 91 दिनों में एसईसीएल को 42.86 मिलियन टन कोयला उत्पादन कर लेना था। इसके मुकाबले 35.69 मिलियन टन कोयला का उत्पादन हो सका है। इस अवधि में 43.37 मिलियन टन के मुकाबले 39.42 मिलियन टन कोयला उठाव के साथ डिस्पैच में भी कंपनी पिछड़ी है।
कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी एसईसीएल को वित्तीय वर्ष में 182 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है। इस लक्ष्य के मुकाबले पहली तिमाही में कंपनी का प्रदर्शन ठीक नहीं रहा है। कंपनी ने 28.90 फीसदी ग्रोथ जरूर की है। मगर लक्ष्य के अनुरूप उत्पादन कर पाने में नाकाम ही रहा है।। वित्तीय वर्ष के पहले तीन माह में लगभग 7 मिलियन टन कम कोयला उत्पादन हो सका है। डिस्पैच में भी लगभग 4 मिलियन टन की कमी है। डिस्पैच में भी 1.30 पाजिटिव ग्रोथ है। आगामी तीन माह वर्षा ऋतु के हैं। ऐसे में कंपनी के सामने लक्ष्य को पूरा करने की चुनौती होगी।।बारिश के दौरान उत्पादन और डिस्पैच में गिरावट दर्ज की जाती है।
एसईसीएल को जून में 13.80 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया था। जिसके मुकाबले जून के 30 दिनों में 10.61 मिलियन टन कोयला उत्पादन ही खदानों से हो सका है। इस तरह जून में भी अप्रेल और मई की तरह माहवारी लक्ष्य पूरा नहीं हुआ। जून में रोजाना 4 लाख 60 हजार टन उत्पादन का टारगेट मिल रहा था। इसके मुकाबले एक लाख टन तक रोजाना कम कोयला उत्पादन होने की वजह से जून में भी कंपनी लक्ष्य तक पहुंच नहीं पाई।
मेगा परियोजनाएं चल रही पीछे
एसईसीएल का अधिकांश कोयला उत्पादन कोरबा जिला में स्थित मेगा परियोजनाओं से किया जाता है।।पहली तिमाही में इन मेगा परियोजनाओें ने लक्ष्य को पूरा नहीं किया है। गेवरा एरिया ने जरूर तिमाही लक्ष्य 12.91 मिलियन टन के मुकाबले 11.96 मिलियन टन उत्पादन कर बेहतर प्रदर्शन किया है। इसके अलावा दीपका एरिया 8.33 के मुकाबले 6.05 मिलियन टन व कुसमुंडा एरिया 10.14 के मुकाबले 8.24 मिलियन टन कोयला उत्पादन कर सका है। जिले की कोरबा एरिया ने जरूर तिमाही लक्ष्य 1.90 से अधिक 1.95 मिलियन टन कोयला उत्पादन पूरा कर लिया है।
संयंत्रों की कोयला सप्लाई पर असर
एसईसीएल की खदानों से विभिन्न पावर संयंत्रों को कोयला सप्लाई की जाती है। पहली तिमाही में कोयला उत्पादन व डिस्पैच लक्ष्य के अनुरूप कम हुआ है। जिसका असर पावर संयंत्रों को होने वाले कोयला सप्लाई पर हुआ है।
अधिकारी कर रहे दौरा
पिछले वित्तीय वर्ष में एसईसीएल लक्ष्य को पूरा करने में नाकाम रहा था। कंपनी ने नंबर वन उत्पादन कंपनी का तमगा भी गंवा दिया। गत वर्ष की नंबर वन रही कंपनी एमसीएल इस वित्तीय वर्ष में भी एसईसीएल को पछाड़ चुकी है। ऐसे में कोल इंडिया के अफसर लगातार एसईसीएल की मेगा परियोजनाओं का दौरा कर कोयला उत्पादन व डिस्पैच बढ़ाने जोर लगा रहे हैं।
परियोजनाओं के तिमाही उत्पादन पर एक नजर
परियोजना लक्ष्य उत्पादन
बैकुंठपुर 0.59 0.46
भटगांव 0.63 0.59
विश्रामपुर 0.26 0.07
चिरमिरी 0.70 0.52
दीपका 8.33 6.05
गेवरा 12.91 11.96
हसदेव 0.63 0.57
जेएनके 0.74 0.55
जोहिला 0.51 0.35
कोरबा 1.90 1.95
कुसमुंडा 10.14 8.24
रायगढ़ 3.65 3.23
सोहागपुर 1.28 1.09
(नोट :उत्पादन व लक्ष्य मिलियन टन)