बेमियादी हड़ताल के पांचवे दिन कटघोरा में जली मशाल ,विशाल रैली निकाल कर्मचारियों ने एकजुटता का दिया संदेश

कोरबा । केंद्र के समान महंगाई भत्ता, गृहभाड़ा भत्ता ,एरियर्स सहित विभिन्न मांगों को लेकर राज्य सरकार के कर्मचारी-अधिकारियों का बेमियादी हड़ताल पांचवे दिन भी जारी रहा। आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले में भी हड़ताल का व्यापक असर पड़ रहा। हड़ताल के पांचवे दिन जहां जिला मुख्यालय में संगठन के पदाधिकारियों सदस्यों ने धरना स्थल आईटीआई चौक में अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की। वहीं कटघोरा में संगठन के पदाधिकारियों के नेतृत्व में विशाल मशाल रैली निकाली गई। हजारों मशालधारी अधिकारी कर्मचारियों के समूह व एकजुटता को देख लोग देखते ही रहे।

मशाल रैली धरना स्थल हायर सेकेंडरी स्कूल कटघोरा से शुरू हुई । जो जय स्तम्भ चौक से बस स्टैंड फेरा लगाकर मुरली होटल होते हुए पुनः धरना स्थल में सभा के रूप में परिवर्तित हुई । जिसमें प्रमुख रुप से के आर डहरिया, जगदीश खरे ,तरुण सिंह राठौर,ओमप्रकाश बघेल ने मशाल रैली की अगुवाई कर कर्मचारियों में ऊर्जा का संचार कर उत्साह बढ़ाया। वहीं जिला मुख्यालय में विभिन्न संगठनों ने अपनी उपस्थिति दर्जकराकर अपनी संगठन शक्ति एकता का परिचय दिया। हड़ताल में चले जाने से कलेक्टोरेट ,राजस्व विभाग ,तहसील ,एसडीएम कार्यालय ,शिक्षा विभाग ,आदिवासी विकास विभाग ,महिला एवं बाल विकास विभाग ,खनिज विभाग ,पीएचई , जल संसाधन ,कृषि ,रेशम ,उद्यानिकी ,पंचायत विभाग सहित तमाम महत्वपूर्ण विभाग वीरान हो गए हैं। धरना प्रदर्शन में सभी 52 विभागों के 98 संगठनों के लगभग 90 फीसदी अधिकारी कर्मचारियों ने धरना स्थल में अपनी दो सूत्रीय मांग महंगाई भत्ता एवं गृह भाड़ा भत्ता में बढोत्तरी को लेकर आवाज बुलंद की । जिसमें केन्द्र के समान देय दिनांक से 34% महंगाई भत्ता एरियर्स सहित देने एवं सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता दिए जाने की प्रमुख मांग शामिल है। प्रदेश के 4 लाख 45 हजार कर्मचारी एवं अधिकारी के साथ राज्य के न्यायायिक सेवा के कर्मचारी सभी जिलों में हड़ताल में हैं। जिसके कारण जिला न्यायालय तक बंद हैं।