उत्तरप्रदेश। अयोध्या में दलित किशोरी से रेप के आरोपी को पुलिस ने एनकाउंटर में पैर में गोली मार दी। शहबान अपने साथी मोहम्मद के साथ अंधेरे का फायदा उठाकर भाग रहा था, पुलिस ने रोका तो फायरिंग करने लगा। पुलिस ने दौड़ाकर शहबान के पैर में गोली मारी। गोली लगते ही वह गिर गया। उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उसका साथी फरार हो गया।
घटना खंडासा थाना क्षेत्र की है। SP ग्रामीण अतुल कुमार सोनकर ने बताया- विनायकपुर मोड़ के पास एनकाउंटर हुआ। पुलिस यहां चेकिंग कर रही थी। रात 10 बजे बाइक से दो युवक वहां से गुजरे। पुलिस ने उन्हें रोका, लेकिन वो भागने लगे। उनकी संदिग्ध एक्टिविटी देखते हुए पुलिस ने पीछा किया।
पुलिस को पीछे आते देख आरोपी झाड़ियों की तरफ बाइक ले गए। पुलिस पर फायरिंग करने लगे। दोनों को फायरिंग करता देख पुलिस टीम एक्शन में आ गई। सेल्फ डिफेंस में पुलिस ने दोनों पर फायरिंग की। इस दौरान एक आरोपी के पैर में गोली लगी। दूसरा आरोपी भाग निकला। गिरफ्तार आरोपी के पास से मोटरसाइकिल, 315 बोर का तमंचा, जिंदा कारतूस और खोखा बरामद हुए। सरेंडर करने के बाद पुलिस टीम ने आरोपी से नाम और भागने का कारण पूछा, तो उसने पूरी घटना बता दी। बोला- मेरा नाम शहबान है। मैं रायपट्टी गांव का रहने वाला हूं। पुलिस टीम मेरा तलाश कर रही थी। मैं पैसा लेने गया था, ताकि दूसरे जिले भाग सके, लेकिन पकड़ा गया। दोस्त मोनू भाग निकला, वो भी रेप केस में नामजद है।
5 सितंबर को 16 साल की किशोरी और उसके पिता ने थाने में तहरीर दी। बताया था कि एक मुस्लिम युवक ने बेटी के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया है। 20 दिन पहले वह लड़की को जबरदस्ती खेत ले गया। यहां अपने दोस्त मोनू की मौजूदगी में उसके साथ गलत काम किया। इसके बाद वह लड़की को धमकी देने लगा। आरोपी ने पीड़िता को जान से मारने की धमकी दी। कहा- अगर किसी को बताया तो वह उसके परिवार के लोगों की हत्या कर देगा। इसके बाद से लगातार पीड़िता को राह चलते पकड़ने लगता। बार-बार शारीरिक संबंध बनाने का प्रेशर डालने लगा। लड़की ने घर से बाहर आना-जाना बंद कर दिया था। घरवालों ने जब उसके बदले हुए व्यवहार पर जोर देते हुए पूछताछ की। तब पीड़िता ने पूरी बात बताई।