कोरबा,कोरबी-चोटिया। हसदेव नदी डुबान से मोरगा निवासी जायसवाल होटल के संचालक के पुत्र अंकित का शव 48 घण्टे के बाद भी एसडीआरएफ को बरामद नहीं हो सका है। कोरबा के अलावा बिलासपुर,व सुरजपुर की गोताखोर टीम द्वारागातार नदी में रेस्क्यू जारी है।

जिले के ग्राम मोरगा निवासी एवं होटल संचालक जोगेन्द्र जायसवाल , के छोटा पुत्र अंकित जायसवाल,दिनांक 5 मार्च बुधवार को दोपहर लगभग 3 बजे अपने घर मोरगा, से बिना बताए निकला था और वह अंबिकापुर,चोटिया, एन एच 130 सड़क केंद्ई के पास स्थित हसदेव नदी डुबान क्षेत्र पुराना पुल के पास मोटरसाइकिल में सवार होकर वह पहले आत्म हत्या करने की नियत से वह नये पुल के पास गया था, लेकिन नदी में कुछ मछवारो ने उसे डांट कर वहां से भगाया, फिर वह मोटरसाइकिल से लगभग 500 मीटर दुर पुराने पुल के पास अपने मोटरसाइकिल को खड़ा किया और चप्पल उतार कर नदी में छलांग लगा दिया। हमारे समाचार सहयोगी ने बताया कि घटना के प्रत्यक्षदर्शी वहां पर कुछ लोग खाना बना रहे थे जिन्होंने एक व्यक्ति ने बताया कि एक लड़का मोटरसाइकिल में आया और बोला कि आज मुझे मरना है, घटने को सामने देखकर उन सभी का दिल दहल उठा और वे वहां से भाग निकले।



घटना स्थल से कुछ दूर खाना बना रहे लोगों का आज भी वहां पर पका हुआ चावल,व मुर्गा, सब्जी एवं बर्तन पड़ी हुई है।
मोरगा पुलिस चौकी प्रभारी मंगतु राम, एवं अंकित जायसवाल, के पिता जुगेंद्र जायसवाल, ने इस मामले की सच्चाई तक पहुंचने के लिए प्रत्यक्षदर्शियों को ढुंढ निकाला और उनसे पुछ ताज किया तो उन्होंने ने घटने को अपने आंख के सामने देखने बात कही है जोगेन्द्र जायसवाल, ने बताया कि उनका पुत्र अंकित जायसवाल, बिलासपुर में पढ़ाई करता था और उसके हाथ में पिछले 15 दिनों से गहरा घाव हो गया था, जिसका आपरेशन कराने के बाद वह घर में बेड रेस्ट लेने के लिए रुका था, वह किसी प्रकार का नशा पान नहीं करता था ना ही उसका किसी से विवाद था, वह अचानक इतना बड़ा कदम कैसे उठा लिया,पुरा परिवार का रो रो कर बे हाल है एवं रिस्तेदारो , सहित ग्राम मोरगा, में गमगीन माहौल सन्नाटा छाया हुआ है सभी व्यापारी वर्ग 3 तीन दिनों से घटना स्थल पर डटे हुए हैं।
आज शुक्रवार 7 मार्च को घटना हुये 48 घंटे हो चुके हैं, शासकीय रेस्क्यू टीम को पानी में डुबे अंकित जायसवाल के पिता जुगेंद्र जायसवाल, ने सभी गोताखोर टीम कोरबा, बिलासपुर, एवं सुरजपुर, से आए एस डी आर एफ को मृतक के शव को बाहर निकालने का रुपए 50000,इनाम देने की घोषणा की है।
पानी में डुबे अंकित जायसवाल, के शव को बाहर निकालने में लगभग घटना स्थल पर पिछले तीन दिनों से लगभग दो दर्जन कर्मचारी लगे हुए हैं, एवं मोरगा, पुलिस भी घटने की जांच में जुटी हुई है, और उक्त हसदेव नदी पुल के आसपास डुबान में आए दिन अज्ञात व्यक्तियों की लाश पुलिस को कई बार बरामद हो चुकी है, इसके पुर्व भी चिरमिरी, से एक जायसवाल परिवार का नौजवान युवक को जलाकर उसके मोटरसाइकिल को लाकर इसी स्थान पर पुल से फेंका गया था,
फिलहाल समाचार लिखे जाने तक अंकित जायसवाल,का शव बरामद नहीं किया जा सका था।