देश में हादसों का सिलसिला जारी :मथुरा में खुदाई के दौरान ढह गए 6 मकान,3 की गई जान ,मलबे में कई दबे ,रेस्क्यू जारी …

उत्तरप्रदेश। स्थानीय निवासियों ने बताया कि इस हादसे से पहले पास के एक खुले मैदान (बाड़े) में जेसीबी मशीन से खुदाई की जा रही थी. इसी खुदाई के चलते मिट्टी अचानक धंस गई, जिससे टीले पर बने मकान अस्थिर हो गए और एक के बाद एक गिरने लगे.

हादसे की भयावहता इतनी थी कि कई लोगों को संभलने तक का मौका नहीं मिला.उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है. यहां एक साथ 6 मकान ढहने से इलाके में हड़कंप मच गया. हादसे में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य अब भी मलबे के नीचे फंसे हुए हैं. यह घटना मथुरा के थाना गोविंद नगर क्षेत्र में रविवार दोपहर लगभग 12 बजे हुई. जानकारी के अनुसार, यह 6 मकान कच्चे टीले पर बने थे. हादसे के बाद आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई और हर ओर चीख-पुकार सुनाई देने लगी. लोगों ने तत्काल राहत कार्य शुरू किया और प्रशासन को इसकी सूचना दी.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय निवासियों ने बताया कि इस हादसे से पहले पास के एक खुले मैदान (बाड़े) में जेसीबी मशीन से खुदाई की जा रही थी. इसी खुदाई के चलते मिट्टी अचानक धंस गई, जिससे टीले पर बने मकान अस्थिर हो गए और एक के बाद एक गिरने लगे. हादसे की भयावहता इतनी थी कि कई लोगों को संभलने तक का मौका नहीं मिला.

राहत एवं बचाव कार्य जारी 👇

सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल विभाग, नगर निगम और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गईं. बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है. जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाया जा रहा है, ताकि फंसे हुए लोगों को जल्द से जल्द बाहर निकाला जा सके. एनडीआरएफ की टीम को भी अलर्ट कर दिया गया है.

3 लोगों की मौत, कई घायल👇

वहीं अब तक मलबे से तीन शव निकाले जा चुके हैं. मृतकों की पहचान तोताराम (38 वर्ष), यशोदा (6 वर्ष) और काव्या (3 वर्ष) के रूप में हुई है. यशोदा और काव्या सगी बहनें थीं. इसके अलावा चार अन्य लोगों को मलबे से सुरक्षित निकाला गया है. प्रशासन का अनुमान है कि अब भी 10 से 12 लोग मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं.

स्थानीय लोगों में रोष और दुख👇

हादसे के बाद पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है. लोग जहां एक ओर अपने खोए हुए परिजनों को याद कर रो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर प्रशासन से इस लापरवाही की जांच की मांग कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि खुदाई की सूचना अधिकारियों को पहले दी गई थी, फिर भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया.

जांच के आदेश👇

पुलिस और प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है. प्रारंभिक जांच में यह साफ हुआ है कि खुदाई की वजह से मिट्टी धंसी, जिससे मकान गिर गए. प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. यह हादसा एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि निर्माण स्थलों और खुदाई कार्यों में सुरक्षा मानकों का पालन कितना जरूरी है. थोड़ी सी लापरवाही कितनों की जान ले सकती है.