5 क्रिकेटर जिन्होंने बतौर गेंदबाज करियर की शुरुआत की मगर बन गए दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाज, लिस्ट में 1 भारतीय

देश के बहुत से युवा अपने सुपरस्टार क्रिकेटर के साथ क्रिकेट खेलने का सपना देखते हैं. हालाँकि कुछ का सपना ही पूरा हो पाता हैं. हमने अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट में ऐसे कई क्रिकेटर देखे हैं, जिन्होंने करियर की शुरुआत एक गेदबाज के रूप में की थी लेकिन उन्होंने बल्लेबाजी में कई बड़ी उपलब्धि हासिल की और जल्द ही एक महान बल्लेबाज बन गए. देखे कौन से है ऐसे 5 खिलाड़ी:-

5) कैमरोन वाइट – ऑस्ट्रेलिया

ब्रैड हॉग के संन्यास के बाद कैमरोन वाइट ऑस्ट्रेलिया के नंबर 1 लेग स्पिनर थे. जल्द ही होने भारत के विरुद्ध डेब्यू क मौका मिला. उन्होंने अपने करियर की शानदार शुरुआत की और सचिन तेंदुलकर के रूप में पहली विकेट ली, लेकिन इसके बाद वह पूरी सीरीज में फेल रहे.

गेदबाजी में वह उच्चतम स्तर पर कुछ कमाल नहीं कर पाए, जिसके बाद उन्होंने अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान दिया. जल्द ही वह सिमित ओवर क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के नियमित बन गए थे. वाइट ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 91 वनडे और 47 अन्तराष्ट्रीय टी20 भी खेले.

4) रवि शास्त्री- भारत

रवि शास्त्री को ज्यादातर फैन्स उन्हें शानदार कमेंट्री के लिए याद करते हैं. हालाँकि बेहद लोग ये जानते होंगे कि उन्होंने सिर्फ 17 साल की उम्र में भारत के लिए डेब्यू किया था.

शास्त्री को बतौर बाएं हाथ के स्पिनर के रूप में टीम में चुना गया था जोकि नंबर 10 पर बल्लेबाजी किया करते थे. जल्द ही उन्होंने अपनी बल्लेबाजी पर मेहनत की और 18 महीनों की मेहनत के बाद उन्होंने भारत के लिए ओपनिंग की. शास्त्री ने भारत ने लिए 80 टेस्ट और 150 वनडे खेले, जिस दौरान उन्होंने कुल 11 शतक भी लगायें.

3) शोएब मलिक- पाकिस्तान

शोएब मलिक टेस्ट में 1 से 10 नंबर तक अलग-अलग पोजीशन पर खेले हैं. उन्होंने सिर्फ 17 साल की उम्र में बतौर ऑफ स्पिनर डेब्यू किया था, करियर के शुरुआत में उन्होंने अपनी दूसरा गेंद से बल्लेबाजों को काफी परेशान किया था.

मलिक ने डेब्यू के कुछ समय बाद ही अपनी बल्लेबाजी पर अधिक ध्यान केन्द्रित किया, जिसके कारण उनका स्पिन से ध्यान हटता चला गया. मलिक ने पाकिस्तान के लिए 35 टेस्ट, 287 वनडे और 111 अन्तराष्ट्रीय टी20 खेले, इस दौरान उन्होंने एक बल्लेबाज के रूप में ही पहचान बनायीं.

2) सनथ जयसूर्या- श्रीलंका

सनथ जयसूर्या को क्रिकेट इतिहास का सबसे विस्पोटक सलामी बल्लेबाज माना जाता हैं. हालाँकि उन्हें टीम में बतौर स्पिनर मौका मिला था और 1989 से 1995 तक वह वनडे में नियमित स्पिनर ही खेलते रहे.

1996 वर्ल्ड कप उनके करियर में टर्निंग पॉइंट साबित हुआ जब तत्कालीन श्रीलंकन कप्तान अर्जुन राणातुंगा ने उन्हें पिंच हिटर के रूप में पारी की शुरुआत कराई. जिसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट में 21000 से अधिक रन और 41 शतक लगायें.

1) स्टीव स्मिथ- ऑस्ट्रेलिया

स्टीव स्मिथ ने जब डेब्यू किया था तब उनकी तुलना शेन वॉर्न से किया जाती थी, क्योंकि उनका गेंदबाजी एक्शन काफी मिलता-जुलता था और स्मिथ गेंदबाजी में मिश्रण के लिए जाने जाते थे. लेकिन कुछ साल बाद ही उन्होंने गेंदबाजी छोड़ बल्लेबाजी का ध्यान दिया और अब उनकी तुलना डॉन ब्रैडमैन से होती हैं.

स्मिथ ने टेस्ट क्रिकेट में 62.84 की औसत से 7227 रन बनाये हैं जबकि वनडे में भी उन्होंने 42.47 की दमदार औसत और 86.67 की स्ट्राइक रेट से 4162 रन बनाये हैं.