Wimbledon 2021: ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी बनी चैंपियन, फाइनल में कैरोलिना प्लिस्कोवा को हरा जीता पहला खिताब

ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी (Ashleigh Barty) विंबलडन (Wimbledon 2021) की नई चैंपियन बन गई हैं. विश्व नंबर एक बार्टी ने शनिवार 10 जुलाई को महिला सिंगल्स के फाइनल में चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिस्कोवा (Karolina Pliskova) को कड़े मुकाबले में 6-3, 6-7 (4-7), 6-3 से हराकर पहली बार विंबलडन का खिताब अपने नाम किया. ये बार्टी का दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है. दोनों ही खिलाड़ी पहली बार विंबलडन के फाइनल में उतरी थीं और टक्कर भी जोरदार हुई. पहले सेट में दमदार खेल दिखाने वाली बार्टी को दूसरे सेट में प्लिस्कोवा ने फंसाया और टाईब्रेकर में जीत दर्ज कर मुकाबले को तीसरे सेट तक पहुंचाया. यहां बार्टी ने शुरूआत से ही अपना दबदबा दिखाया और खिताब अपने नाम किया.

2019 की फ्रेंच ओपन विजेता 25 साल की बार्टी सिर्फ दूसरी बार किसी ग्रैंड स्लैम के फाइनल में पहुंची थीं और दोनों बार उन्होंने खिताब अपने नाम किया. हालांकि इसके लिए उन्हें काफी पसीना बहाना पड़ा. फाइनल में जीत की प्रबल दावेदार मानी जा रही बार्टी ने शुरुआत भी उसी अंदाज में की और पहले सेट में दो बार प्लिस्कोवा की सर्विस तोड़ कर 4-0 की बढ़त हासिल कर ली थी. हालांकि, प्लिस्कोवा ने भी फिर लगातार दो बार बार्टी की सर्विस ब्रेक कर वापसी की कोशिश की, लेकिन बार्टी ने 6-3 से सेट अपने नाम किया.

दूसरे सेट में प्लिसकोवा की दमदार वापसी

दूसरे सेट में स्थिति ऐसी नहीं थी और इस बार आठवीं वरीयता प्राप्त प्लिस्कोवा ने अपना दमदार खेल दिखाया. प्लिस्कोवा ने खास तौर पर लंबी रैलियों में बार्टी को छकाया और अपने पॉइंट्स बटोरे. इस सेट से प्लिस्कोवा रंग में आती दिखीं और मुकाबला टाईब्रेकर तक गया. यहां चेक खिलाड़ी पूरी तरह से बार्टी पर हावी हो गई और 7-4 से टाईब्रेकर जीतते हुए 7-6 से सेट अपने नाम किया.

खत्म हुआ 41 साल का ऑस्ट्रेलियाई इंतजार

तीसरे सेट में बार्टी ने शुरुआत में ही प्लिस्कोवा की सर्विस तोड़कर बढ़त हासिल की और इसके बाद उन्हें वापसी का कोई मौका नहीं दिया. बार्टी ने 6-3 से निर्णायक सेट जीतकर पहली बार विंबलडन चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया. बार्टी ने इस तरह विंबलडन महिला सिंगल्स में ऑस्ट्रेलिया का 41 साल का इंतजार खत्म किया. उनसे पहले आखिरी बार 1980 में ऑस्ट्रेलिया की इवॉन गूलागॉन्ग कॉली ने खिताब जीता था. कॉली ने 2 बार ये खिताब जीता था. इसके साथ ही बार्टी महिला सिंगल्स में विंबलडन का खिताब जीतने वाली तीसरी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बन गई हैं. बार्टी और कॉली के अलावा महान खिलाड़ी मारग्रेट कोर्ट ने 3 बार इस खिताब को अपने नाम किया था.

10 साल पहले जीता था जूनियर खिताब

बार्टी के लिए विंबलडन चैंपियनशिप जीतने का सफर बेहद उतार-चढ़ाव भरा और यादगार रहा है. 2011 में बार्टी ने 15 साल की उम्र में जूनियर चैंपियनशिप जीती थी. उस वक्त बार्टी जूनियर सर्किट में शीर्ष खिलाड़ियों में शामिल थीं. हालांकि, 2014 में उन्होंने अनिश्चितकाल के लिए टेनिस छोड़ दिया था. इस दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में घरेलू क्रिकेट और बिग बैश टी20 लीग में हिस्सा लिया. बार्टी ने 2016 में फिर से टेनिस में वापसी की और यहां से वह लगातार ऊपर चढ़ती गईं. 2019 में बार्टी ने फ्रेंच ओपन खिताब के साथ अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीता. इसके साथ ही वह जून 2019 में ही पहली बार नंबर एक रैंक खिलाड़ी बनीं. सितंबर 2019 के बाद से वह अभी तक लगातार शीर्ष रैंक पर काबिज हैं.