मां से ED ने की 3 घंटे पूछताछ तो भड़कीं महबूबा मुफ्ती; केंद्र को अफगानिस्तान जैसे अंजाम की धमकी

कुलगाम। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और PDP नेता महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। कुलगाम में उन्होंने कहा कि अपने पड़ोसी यानी अफगानिस्तान को देखो। जहां से अमेरिका बोरिया-बिस्तर बांधकर वापस जाने पर मजबूर हो गया। उन्होंने कहा कि कश्मीरी कमजोर नहीं हैं, बल्कि वे बहुत बहादुर और धीरज रखने वाले हैं। जिस दिन सब्र की दीवार टूट जाएगी, तुम परास्त हो जाओगे।

दरअसल, महबूबा मुफ्ती की मां गुलशन नजीर को ED ने पूछताछ के लिए बुलाया था। जांच एजेंसी ने नजीर से 3 घंटे तक पूछताछ की, जिसके बाद महबूबा भड़क गईं और उन्होंने यह बयान दिया। महबूबा ने केंद्र सरकार से जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल करने और यहां की जनता से बातचीत करने की अपील भी की।

मीडिया और सरकारी संस्थानों का सरकार ने किया तालिबानीकरण- महबूबा मुफ्ती

इससे पहले महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर सरकारी संस्थानों(जांच एजेंसियों) का तालिबानीकरण करने का आरोप लगाया।

महबूबा ने कहा कि दुर्भाग्य से जिन संस्थानों को हमारे अधिकारों की रक्षा करनी थी और जिन्हें संविधान की भावनाओं को बनाए रखना था उनका तालिबानीकरण हो चुका है। आरोप लगाया कि मीडिया का भी तालिबानीकरण हो गया है। मुख्यधारा की अधिकतर मीडिया भाजपा की बातों पर चलती है।

महबूबा ने दावा किया कि मैंने परिसीमन आयोग से मिलने से इनकार कर दिया, जिसके अगले दिन समन मिल गया। मैंने पांच अगस्त को शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया, अगले दिन फिर समन मिल गया। एनआईए और ईडी जैसी एजेंसियों का गठन गंभीर कार्यों के लिए हुआ था लेकिन दुर्भाग्य से इन एजेंसियों का इस्तेमाल राजनीतिज्ञों, छात्रों, कार्यकर्ताओं, पत्रकारों के खिलाफ किया जा रहा है।