एक परिवार के 5 सदस्य भी मिले संक्रमित ,कोरोना प्रोटोकॉल की अनदेखी पड़ रही भारी
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। कोरोना के तीसरी लहर की आहट अभी से कोरबा में अभी से सुनाई देने लगी है। 21 अगस्त को प्रदेश में 74 कोरोना संक्रमित मिले, जिसमें से अकेले कोरबा जिले से 34 संक्रमित दर्ज हुए हैं। इनमें 21 पुरुष और 13 महिलाएं शामिल हैं जिनमें 11 बच्चे शामिल हैं।इन आकंड़ों के बाद जिले में हड़कंप मचा है।
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक करतला ब्लॉक में 8, कटघोरा ग्रामीण में दो, कोरबा ग्रामीण में सात व कोरबा शहर क्षेत्र में 17 संक्रमित दर्ज हुए हैं। कोरबा ब्लॉक के प्राथमिक शाला सतरेंगा अजगरबहार में 7 वर्ष के कुल चार छात्र-छात्राएं, 8 वर्ष की एक छात्रा एवं टुंगुमाड़ा प्राथमिक शाला में 10 वर्ष की बालिका में संक्रमण के लक्षण मिले हैं। इसी तरह कोरबा शहर के मिशन कंपाउंड चर्च के पास निवासरत एक परिवार के पांच सदस्य संक्रमित हुए हैं जिनमें दंपत्ति के अलावा 7, 9 और 10 वर्ष के बच्चे शामिल हैं। इनके अलावा कोरबा शहर के सीतामढ़ी, पानी टंकी के पास, तुलसी नगर, वैशाली नगर मुड़ापार, कोरबा, एमपी नगर कॉलोनी में दंपति व 9 वर्ष का बालक, सीआईएसएफ कॉलोनी मानिकपुर, सीएसईबी कालोनी, गौ माता चौक इमलीडुग्गु में 5 वर्ष का बालक संक्रमित हैं। करतला ब्लॉक के ग्राम कचौरा, साजापानी, तुमान, लीमडीह, दादर कला जोगीपाली बालको के बजरंग चौक के अलावा कुसमुंडा, कॉलोनी से भी संक्रमित दर्ज हुए हैं। कोरबा में संक्रमण की दूसरी लहर थमने के बाद यह पहला मौका है जब इतनी संख्या में संक्रमित मिले हैं।
लापरवाही पड़ रही भारी ,बिना मास्क दे रहे संक्रमण को न्यौता
जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को रोकने सार्वजनिक स्थलों में बिना मास्क के या सही तरीके से मास्क लगाए बगैर पाए जाने पर अर्थदंड की कार्यवाई के साथ वैद्यानिक कार्यवाई की चेतावनी सम्बंधित आदेश एक पखवाड़ा पूर्व जारी किया जा चुका है। लेकिन कागजों (समाचार पत्रों,सोशल मीडिया)में प्रसारित उक्त आदेशों का जमीनी स्तर पर कड़ाई से पालन सुनिश्चित करा पाने में जिला प्रशासन नाकाम रहा है। जो कोरोना की संभावित तीसरी लहर को न्यौता दे रहा है।आदेश के दूसरे दिन ही कलेक्टोरेट स्थित लोकसेवा केंद्र चिटफंड पीड़ितों के आवेदन लेने की व्यवस्था की गई थी। जहाँ हजारों की संख्या में कोविड प्रोटोकॉल तोड़ लोग बिना मास्क के आवेदन करने पहुंचे थे। तहसीलों में भी यही स्थिति निर्मित रही। हसदेव एक्सप्रेस ने इन्हें संक्रमण के तीसरी लहर के वाहक के तौर बताया था। जिसका नतीजा अब वाकई दिखने लगा है।