दादरखुर्द में उपार्जन केंद्र खोलने से आधा दर्जन गांवों के किसानों को हो रही असुविधा, कलेक्टर को उपार्जन स्थल परिवर्तित करने लगाई गुहार
,बोले किसान 8 किलोमीटर तक का सफर तय कर नहीं बेचने आना चाहते धान
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। विधायकों के वर्चस्व के फेर में शासन को किसानों के हित की परवाह नहीं रही। रामपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले नकटीखार सहित आधा दर्जन से अधिक गांवों के 334 किसानों को नजरअंदाज कर महज 6 किसानों के लिए कोरबा विधानसभा के दादरखुर्द में धान उपार्जन केंद्र खोल दिया गया । जिसकी वजह से किसानों को धान बेचने 3 से 8 किलोमीटर तक का सफर तय करना पड़ रहा। नाराज किसानों ने इस साल धान खरीदी शुरू होने से पूर्व दादरखुर्द का उपार्जन स्थल नकटीखार करने आवश्यक पहल करने कलेक्टर से गुहार लगाई है।

यहाँ बताना होगा कि गत वर्ष शहर से लगे दारदखुर्द को शासन ने उपार्जन केंद्र बनाया है।लेकिन किसानों ने अब इसका विरोध करना शुरू कर दिया है। कलेक्टर को नकटीखार ,ढेलवाडीह,बुंदेली,गोढ़ी,करुमौहा, पंडरीपानी,रिसदी ,झगरहा, डूमरडीह एवं भुलसीडीह के किसानों ने 15 सितंबर को ज्ञापन सौंप किसान हित में उपार्जन स्थल नकटीखार करने की मांग की है । किसान पीताम्बर लाल श्रीवास,जगेश्वर,रामरतन सिहं,हरिश्चंद्र,पुनाराम, सुन्नु राम,बलदाऊ ,कपूर सिंह ,धीरसाय ,भारत कंवर सहित अन्य ने बताया है कि इन क्षेत्रों में 334 किसान हैं,जिनके लिए नजदीकी सुविधाजनक दृष्टि से नकटीखार में उपार्जन केंद्र खोला जाना उचित था।यहाँ किसानों की मांग पर खरीफ विपणन वर्ष 2012 -13 में चबूतरा के साथ साथ लाखों की लागत से खाद भंडारण हेतु 2 गोदाम भी तैयार किया जा चुका है। किसानों की मानें तो उपार्जन केंद्र तैयार करते समय रामपुर एवं कोरबा विधानसभा के वर्चस्व की लड़ाई में किसानों के हितों की जगह विधानसभा को तरजीह दी गई। किसान नकटीखार में उपार्जन केंद्र खोले जाने आशान्वित थे। लेकिन किसानों की उपेक्षा कर दी गई। किसानों का कहना है गत वर्ष दादरखुर्द में स्वीकृत उपार्जन केंद्र के लिए भूमि ही आबंटित नहीं हुई है। बहरहाल अब किसानों की निगाहें प्रशासन के पहल पर टिकी हुई है अगर उपार्जन स्थल में बदलाव नहीं हुआ तो 334 किसानों को इस साल बार फिर 6 किलोमीटर तक कि दूरी तय कर धान बेचने दादर आना पड़ेगा।

बिना प्रस्ताव शासन ने दे दी स्वीकृति

दादरखुर्द में धान उपार्जन केंद्र खोले जाने को लेकर जिले से किसी तरह का प्रस्ताव नहीं भेजा गया था ,शासन स्तर से ही इसकी स्वीकृति देने की जानकारी सामने आ रही है। जो अपने आप मे हैरान करने वाला है । तो आखिर किसकी अनुशंसा से कोरबा विधानसभा क्षेत्र के दादरखुर्द में महज 6 किसानों के लिए उपार्जन केंद्र की स्वीकृति दे दी गई यह चर्चा का विषय बना हुआ है।

वर्जन
नहीं भेजा गया था प्रस्ताव ,शासन से मिली स्वीकृति
दादरखुर्द में धान उपार्जन केंद्र खोलने कोई प्रस्ताव जिले से नहीं भेजा गया था। शासन स्तर से ही इसकी स्वीकृति मिली है।
एस .के .जोशी
नोडल अधिकारी ,जिला सहकारी केंद्रीय बैंक कोरबा