नोनबिर्रा पहुंचा पूरा हेल्थ सिस्टम ,मेगा हेल्थ शिविर में तीन हजार से अधिक लोगों की हुई स्वास्थ्य जांच व उपचार ,विधायक पुरषोत्तम ,केरकेट्टा ने आयोजन को बताया अनुकरणीय

कलेक्टर ने शिविर आयोजन पर स्वास्थ्य सहित अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों को दी शाबाशी ,गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को निःशुल्क ईलाज के लिए बड़े अस्पतालों तक भेजा जाएगा

कोरबा ।विकासखण्ड पाली के ग्राम पंचायत नोनबिर्रा के हाई स्कूल परिसर में आज जिला स्तरीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जिले के दूरस्थ ग्रामीण इलाकों के लोगों को आसानी से स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से आयोजित इस निःशुल्क मेगा स्वास्थ्य शिविर में तीन हजार 5 मरीजों की जाँच विशेषज्ञ डॉक्टरों ने की। शिविर में आए लोगों को जरूरत के हिसाब से दवाओं का वितरण भी किया गया। इस स्वास्थ्य शिविर में अनुविभाग पाली सहित दूसरे अनुविभागों के लगभग 50 गाँवो के लोगो ने भी शामिल होकर अपनी स्वास्थ्यगत समस्याओं का ईलाज और समाधन प्राप्त किया।

नोनबिर्रा के मेगा स्वास्थ्य शिविर में आए लोगों को स्वास्थ्य जांच कराने के लिए सुलभ व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी। मरीजों के पंजीयन के लिए चार काउंटर बनाए गए थे। इन काउंटरों में महिला, पुरूष, वृद्धजन एवं दिव्यांगजनों के लिए अलग-अलग पंजीयन कराने की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। शिविर में आए लोगों को स्वास्थ्य जांच के उपरांत निःशुल्क दवाईयां प्राप्त करने के लिए भी अलग-अलग काउंटर बनाए गए थे। गर्भवती महिलाओं के लिए, महिलाओं, पुरूषों, दिव्यांगजनों एवं बुजुर्गों के लिए अलग से दवाई लेने की व्यवस्था की गई थी। शिविर में नेत्ररोग के 631, शिशुरोग के 144, दंत रोग के 88, हृदय रोग की संभावना वाले 29, हड्डी रोगों के लगभग 452, प्रसूति एवं स्त्रीरोगों से संबंधित लगभग 172, नाक, कान, गला एवं मनोरोगों से संबंधित 203, एमडी मेडिसीन, ईसीजी एवं त्वचा रोग वाले 430, सर्जरी वाले 129 मरीजों सहित 196 लोगों का कोविड टीकाकरण भी किया गया। शिविर में पैथोलॉजी डिपार्टमेंट के द्वारा चार हजार 213 खून-पेशाब आदि की जांच की गई। स्वास्थ्य शिविर में कुल ओपीडी तीन हजार 005 दर्ज की गई। इनमें से 338 मरीजों को बीमारी की गंभीरता देखते हुए बड़े अस्पतालो में ईलाज के लिए रिफर भी किया गया है। शिविर में कुल ओपीडी में से 727 जनरल ओपीडी और दो हजार 278 स्पेशलिस्ट ओपीडी दर्ज की गई।
स्वास्थ्य शिविर में मौजूद 25 से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टरों के द्वारा चिकित्सकीय सलाह के साथ दवाईयों का भी वितरण किया गया। शिविर में रायपुर के निजी अस्पतालों के हृदय रोग विशेषज्ञ, स्त्रीरोग विशेषज्ञ, सर्जन जैसे विशेषज्ञ डॉक्टरों सहित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से संलग्न डॉक्टरों ने शामिल होकर ग्रामीणों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने में सहयोग किया। शिविर में हड्डी रोग, दांत की बीमारी, शिशु रोग, स्त्री और प्रसूति सम्बन्धी रोग, नेत्र रोग सहित मनोरोग के सामान्य और गंभीर मरीजों की जाँच की गई। जाँच के बाद अस्पताल में भर्ती करने लायक मरीजों को जिला अस्पताल या बड़े अस्पताल में भर्ती करके ईलाज कराने के लिए कलेक्टर श्रीमती साहू द्वारा निर्देशित किया गया। शिविर में स्वास्थ्य विभाग कोरबा के हड्डी रोग, नेत्र रोग, स्त्री रोग, शिशु रोग विभाग सहित अन्य विभाग के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम भी मौजूद रही। शिविर में बीमारियों की जांच के लिए खून-पेशाब जांच और ईसीजी जांच की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध रही। शिविर में ग्रामीणजन आकर अपनी सभी स्वास्थ्यगत समस्याओं का सलाह निःशुल्क में प्राप्त किया।
नोनबिर्रा में आयोजित मेगा हेल्थ कैम्प के दौरान जिला पंचायत के सभापति गणराज सिंह कंवर, छत्तीसगढ़ श्रम आयोग के सदस्य नवीन सिंह ठाकुर, नगर निगम आयुक्त कुलदीप शर्मा, प्रभारी एसडीएम पाली नंदजी पाण्डेय, जनपद पंचायत पाली के मुख्य कार्यपालन अधिकारी वी. के. राठौर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं ग्राम पंचायत नोनबिर्रा तथा आसपास गांवो के सरपंच और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद रहे।

शिविर में दोपहर बाद पहुंचे विधायक श्री केरकेट्टा और श्री कंवर ,कहा आयोजन अनुकरणीय

मेगा हेल्थ कैम्प में दोपहर बाद पाली तानाखार क्षेत्र के विधायक मोहितराम केरकेट्टा और कटघोरा विधायक पुरूषोत्तम कंवर भी पहुंचे। दोनो विधायकों ने शिविर में आए हुए ग्रामीणों से मुलाकात कर उनका हालचाल पूछा। विधायकों ने स्वास्थ्य जांच और ईलाज के लिए किए गए व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने सभी कमरों में जाकर मरीजों का किए जा रहे जांच-ईलाज का अवलोकन किया। शिविर के माध्यम से विधायकों ने दिव्यांगजनों को ट्राईसिकल और जरूरतमंदों को नजर के चश्मों का वितरण भी किया। उन्होंने लोगों के स्वास्थ्य जांच-ईलाज सुविधा के लिए बनाए गए पंजीयन काउंटर, मेडिकल कक्ष और डॉक्टर-पैरामेडिकल कक्ष की सुनियोजित व्यवस्था के लिए अधिकारी-कर्मचारियों और व्यवस्था में लगे अन्य लोगों की तारीफ की। विधायको ने शिविर के माध्यम से जांच कराने उपरांत मरीजों को दिए जा रहे दवाई वितरण व्यवस्था और दिव्यांगजनों को दिए जा रहे मोटराइज्ड ट्राइसकिल व्यवस्था का भी जायजा लिया। दोनों विधायकों ने शिविर में आए लोगों के लिए किए गए भोजन व्यवस्था का भी अवलोकन किया और खाने के उत्तम इंतजाम के लिए प्रभारी अधिकारियों की प्रशंसा भी की।

शिविर में हड्डी रोग, हाइड्रोसील सहित विभिन्न रोगों से पीड़ित मरीज़ों की पहचान

स्वास्थ्य शिविर में सर्जरी, हड्डी रोग, नेत्र रोग और अन्य स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के केस सामने आए। सर्जरी विभाग में मरीजों के जांच-उपचार के लिए मौजूद डॉक्टरों ने बताया कि शिविर में हाइड्रोसील, हर्निया, नसबंदी सहित बच्चादानी ऑपरेशन के केस भी सामने आए। मरीजों को बीमारियों के ईलाज के लिए उचित सलाह और ऑपरेशन प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई। शिविर में दंत रोग विभाग में दांत से संबंधित समस्याओं को लेकर मरीजों ने डॉक्टरों से चेकअप करवाया। दंत रोग विभाग में दांत में खांचा बन जाने के कारण दांत दर्द से पीड़ित मरीज का ईलाज मौके पर ही किया गया। ग्राम बनबांधा निवासी 45 वर्षीय संतोष सिंह के दांत में बने खांचा में फीलिंग का काम मौके पर ही किया गया। फीलिंग हो जाने से मरीज को दांत दर्द से राहत मिलेगी।

200 से अधिक दिव्यांगो के दिव्यांगता प्रमाण पत्र बने, अब मिल सकेगा शासकीय योजनाओं का लाभ

नोनबिर्रा में आयोजित निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर में दिव्यांगजनों की जांच कर मौके पर ही 200 से अधिक दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाये गये। बनाये गये दिव्यांगता प्रमाण पत्र को कार्यक्रम में ही कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणजनों की मौजूदगी में वितरण किया। दिव्यांगता प्रमाण पत्र बन जाने से दिव्यांगो को विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सकेगा। शिविर में समाज कल्याण विभाग की तरफ से जरूरतमंदो को आवश्यक उपकरण एवं 12 मोटराईज्ड ट्राईसकिल का भी वितरण किया गया। स्वास्थ्य शिविर में नेत्र रोग विभाग में अपनी आंखों की जांच कराने आए लोगों में से जरूरत के अनुसार 100 से अधिक लोगों को नजर के चश्मों का भी वितरण किया गया।

कलेक्टर ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा, स्वास्थ्य सहित सहयोगी विभागों को दी शाबाशी

नोनबिर्रा के मेगा स्वास्थ्य शिविर में मरीजों के जांच-ईलाज के लिए सुनियोजित व्यवस्था की गई थी। स्वास्थ्य शिविर में नोनबिर्रा के हाई स्कूल भवन के 14 कमरों में अलग-अलग विभाग के डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ ने लोगों का स्वास्थ्य जांच और ईलाज किया। शिविर में बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, बच्चों एवं दिव्यांगों के लिए अलग-अलग ईलाज की व्यवस्था की गई थी। कलेक्टर श्रीमती साहू ने स्वास्थ्य शिविर में किए गए व्यवस्थाओं का अवलोकन कर जायजा लिया। स्वास्थ्य शिविर में स्काउट गाईड के रोवर रेंजर्स और कैडेट्स भी व्यवस्था में लगे रहे। मरीजों का पंजीयन कराने से लेकर डॉक्टरों के पास ले जाने और चेकअप के बाद दवा वितरण के काम में इन कैडेट्स ने सहयोग किया। सुव्यवस्थित शिविर के आयोजन के लिए कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी. बी. बोडे एवं उनकी टीम, जनपद पंचायत के अधिकारी-कर्मचारियों और शिविर की व्यवस्थाओं में लगे सभी लोगों की तारीफ की। नोनबिर्रा के मेगा स्वास्थ्य शिविर में मरीजों के पंजीयन के चार काउंटर बनाए गए थे। मेगा स्वास्थ्य शिविर में ईलाज कराने आए मरीजों और उनके साथ आए सभी ग्रामीण जनों के लिए निःशुल्क भोजन की भी व्यवस्था की गई थी। कलेक्टर ने शिविर में विभागवार ईलाज के लिए बनाए गए कमरों में जाकर व्यवस्थाओं को देखा और मरीजों से बात भी की। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने बताया कि कोरबा जिले के प्रत्येक विकासखण्ड में हर माह इस प्रकार के शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीण जनों को एक ही जगह पर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ देने और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त मरीजों की पहचान करने के लिए विकासखण्डवार स्वास्थ्य शिविर लगाया जा रहा है। आम जनता को इसका लाभ देने के लिए इस तरह के स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है। शिविर के माध्यम से आज गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों को भी चिन्हांकित किया गया है। चिन्हांकित मरीजों का जिला अस्पताल या रायपुर तथा निजी अस्पतालों में इनके ईलाज की व्यवस्था की जाएगी।