अभावों में नहीं अमेरिकी में पलेगा यह बेसहारा दो वर्षीय मासूम ,मातृछाया की पहल से दंपति ने लिया गोद

कोरबा । जन्म के साथ बेसहारा हो गए मातृछाया में पल रहे दो साल के मासूम की जिंदगी में ईश्वर ने अभाव में जीना नहीं बल्कि विदेश में सुख सुविधाओं से संपन्न परिवार के बीच पलना लिख डाला था। अमेरिका में रहने वाले एक इंजीनियर दंपत्ति ने मातृछाया में पल रहे दो साल के बच्चे को गोद ले लिया है। अब यह मासूम अमेरिका में पलेगा।

जन्म के साथ बेसहारा हो गए एक बच्चे को जिला अस्पताल से कोरबा में संचालित मातृछाया भेज दिया गया था। सेंट्रल एडाप्शन रिसोर्स अथारिटी (कारा) के वेबसाइट में बच्चे की फोटो व वीडियो गोदनामा में देने के लिए अपलोड किया गया था। वर्ष 2020 में अमेरिका के साउथ कैरोलिना में बिशप पाइन ड्राइव किसन में रहने वाले दंपत्ति की नजर इस बच्चे पर पड़ी और उन्होंने इसे गोद लेने की इच्छा जाहिर की। अमेरिका की संस्था अथराइज्ड फारेन एडाप्शन एजेंसी(एएफएए) व कारा के संयुक्त प्रयास से दंपती का आवेदन स्वीकृत कर लिया गया। विशेष बच्चे को गोद लेकर उसका समुचित उपचार व लालन-पालन की जिम्मेदारी निभाना चाहते हैं। इसके लिए बकायदा उन्होंने कोर्ट की प्रक्रिया पूरी की है। करीब एक माह पहले दंपती कोरबा के कुटुम्ब न्यायालय में उपस्थित हुए और दस्तावेजों का सत्यापन कराया। गोदनामे की वैधानिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद निहारिका स्थित दशहरा मैदान के सामुदायिक भवन में दत्तक ग्रहण समारोह में विधिवत गोदनामे पर दिया गया। बच्चे के लालन-पालन में भविष्य में कभी कोई कमी नहीं होगी यह सुनिश्चित करने के बाद ही गोदनामे की वैधानिक प्रक्रिया पूर्ण हुई है। इसमें दो साल का वक्त लग गया।निहारिका स्थित सामुदायिक भवन में दत्तक ग्रहण कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि कल्पना पटेल, कृष्णा हॉस्पिटल की संचालिका डॉ. प्रीति उपाध्याय, वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक तिवारी व सेवा भारती के अध्यक्ष डॉ. विशाल उपाध्याय उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अभिषेक शर्मा द्वारा किया गया। खुशी के इस क्षण में वहाँ मौजूद हर किसी ने अब तक बेसहारा रहे बच्चे को माता-पिता व परिवार का आश्रय मिलने पर संतोष व्यक्त किया और बच्चे के उज्ज्वल व सुखी जीवन की कामना की गई। इस अवसर पर कोरबा शहर के गणमान्य नागरिक व सेवा भारती समिति के सदस्य उपस्थित रहे।

वीजा पासपोर्ट हो रहा तैयार

  बच्चे का पासपोर्ट व वीजा बनाने के प्रक्रिया पूर्ण की जा रही है। पासपोर्ट सेवा कार्यालय में इसके लिए बच्चे को गोद लेने वाले अभिभावकों ने आवेदन लगाया है। 4 मई को पासपोर्ट प्रदान किए जाने की तिथि दी गई है। अमेरिका में बच्चे को नागरिकता दिलाने की प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी। बच्चे को परिवार मिल जएगा।

पहली बार कोई बच्चा जाएगा विदेश

  मातृ छाया कोरबा से 28 बच्चों को गोद दिया जा चुका है, पर पहली बार यह हुआ है कि विदेश में रहने वाले दंपती ने विशेष बच्चे को गोद लिया है। इस बात की खुशी है कि बच्चे को विदेश में रहने वाला समृद्ध परिवार की देखरेख में उसकी पढ़ाई व लालन पालन होगा। भारत में गोदनामा की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद बच्चे की निगरानी की जवाबदारी अमेरिका की एएफएए की होगी।