अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव : शानदार जीत के साथ ट्रंप का दूसरी बार राष्ट्रपति बनना तय,टूटा कमला हैरिस का सपना ..

अमेरिका। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव ( US Presidential Election) के मतदान के बाद मतगणना में आ रहे नतीजों में रिपब्लिकन पार्टी के नेता डोनाल्ड ट्रंप को शानदार जीत मिल रही है जबकि डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस काफी पीछे रह गई हैं। चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप शुरुआती मतगणना में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस से आगे हैं। हालांकि, व्हाइट हाउस की दौड़ में कौन जीतेगा यह तस्वीर उन सात राज्यों के नतीजों से तय होगा, जिन्हें ‘स्विंग राज्य’ माना जाता है।

ट्रंप ने बहुमत का आंकड़ा किया पार

चुनाव परिणामों की घोषणा में, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 277 निर्वाचन मत प्राप्त कर लिए हैं, जिससे उन्होंने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस ने 226 मत प्राप्त किए हैं। चुनाव के नतीजे अभी भी आना जारी हैं, जिसमें कुल 35 मतों की गिनती बाकी है। इस समय ट्रंप ने इन 35 मतों में से सभी में बढ़त बना रखी है, जबकि हैरिस के खाते में कोई आगे का मत नहीं आया है।
यदि वर्तमान स्थिति बनी रहती है, तो ट्रंप का कुल मत 312 तक जा सकता है, जबकि हैरिस के लिए यह आंकड़ा 226 पर स्थिर रह सकता है। चुनाव के परिणामों पर जनता की नजरें हैं, और इससे यह स्पष्ट होता है कि ट्रंप ने चुनावी अभियान में मजबूती से अपनी स्थिति स्थापित की है। आगे के परिणामों का इंतजार सभी कर रहे हैं।

नतीजों का सारांश

डोनाल्ड ट्रंप: 277 मत (जीत + लीड: 277 + 35 = 312)
कमला हैरिस: 226 मत
ताजा अपडेट के मुताबिक ट्रंप 277 वोटों के साथ कमला हैरिस से मुकाबले में आगे हैं जबकि कमला को 226 वोट मिले हैं।
कुल 538 निर्वाचक मंडल वोट के लिए मतदान होता है। 270 या उससे अधिक इलेक्टोरल कॉलेज वोट पाने वाले उम्मीदवार को चुनाव में विजेता घोषित किया जाता है।
फ्लोरिडा विश्वविद्यालय के ‘इलेक्शन लैब’ के अनुसार, 7.8 करोड़ से अधिक अमेरिकी मतदाता पहले ही अपने वोट डाल चुके हैं, जो इस चुनाव की अभूतपूर्व भागीदारी को दर्शाता है।
एनबीसी न्यूज के एग्जिट पोल के अब तक के अनुमानों में डोनाल्ड ट्रंप 54.8 फीसदी वोटों के साथ बढ़त बनाए हुए हैं जबकि कमला हैरिस का 44.4 फीसदी वोटों के साथ रेस में पिछड़ती दिख रहीं हैं।
CNN ने घोषणा की है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दो महत्वपूर्ण स्विंग राज्यों में जीत हासिल की है। इन राज्यों में जीत हासिल करने से ट्रंप की चुनावी स्थिति मजबूत हुई है।

वहीं, डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस ‘ब्लू वॉल’ राज्यों में जीत की तलाश कर रही हैं, जो पारंपरिक रूप से डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए समर्थक माने जाते हैं।

हैरिस का लक्ष्य इन राज्यों में जीत दिलाकर चुनावी प्रतिस्पर्धा में अपनी स्थिति को मजबूत करना है। यह चुनावी माहौल दोनों दलों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये स्विंग राज्य चुनाव के परिणाम को तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

– कमला हैरिस ने मेन में फर्स्ट कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट में जीत दर्ज की और एक निर्वाचक मंडल वोट हासिल किया।

– हैरिस ने कैलिफोर्निया और वाशिंगटन में भी जीत हासिल की है। अमेरिका में 50 राज्य हैं और उनमें से अधिकतर राज्य हर चुनाव में एक ही पार्टी को वोट देते रहे हैं, सिवाय ‘स्विंग’ राज्यों के।
– चुनावी रूप से अहम माने जाने वाले इन ‘स्विंग’ राज्यों में मतदाताओं का रुझान बदलता रहता है। जनसंख्या के आधार पर राज्यों को निर्वाचक मंडल वोट दिए जाते हैं।
– 270 या उससे अधिक निर्वाचक मंडल वोट जीतने वाला उम्मीदवार राष्ट्रपति चुना जाता है। बढ़त का मतलब यह नहीं है कि कोई उम्मीदवार जीत के करीब है क्योंकि अंतिम परिणाम एरिजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवादा, उत्तरी कैरोलाइना, पेन्सिल्वेनिया और विस्कॉन्सिन के सात ‘स्विंग राज्यों’ के नतीजों पर निर्भर करता है।

मतगणना के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, हैरिस पेन्सिल्वेनिया, मिशिगन और विस्कॉन्सिन राज्यों में आगे हैं, जबकि ट्रंप जॉर्जिया और उत्तरी कैरोलाइना में बढ़त बनाए हुए हैं।
– कमला हैरिस ने डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया और कोलोराडो से चुनाव जीत लिया है जबकि डोनाल्ड ट्रंप ने आयोवा, मोंटाना, मिसौरी और उटाह से जीत हासिल
की है।

अमेरिकी संसद में कुल 535 सीटें; जानें कैसे मिलते हैं इलेक्टोरल वोट

अमेरिकी संसद में कुल 535 सीटें होती हैं, जिसमें 435 हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव (HOR) और 100 सीनेट के सदस्य शामिल हैं। भारत में लोकसभा के समान, अमेरिका में हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव का महत्व है। वहीं, राज्यसभा की तरह अमेरिका में सीनेट है।हर राज्य में हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के सदस्यों की संख्या उस राज्य की जनसंख्या के आधार पर तय होती है, जबकि सीनेट में प्रत्येक राज्य से केवल दो सदस्य होते हैं। इसका मतलब यह है कि हर राज्य को कम से कम तीन इलेक्टोरल वोट मिलते हैं दो सीनेटरों के लिए और HOR के सदस्यों के लिए।