भारतीय वायसेना की ताकत राफेल लड़ाकू विमान के आने से कई गुना बढ़ चुकी है. अब उसी ताकत को और ज्यादा बढ़ाने के लिए फ्रांस की तरफ से भेजे गए तीन और राफेल विमान भारत आ गए हैं. गुरुवार को ये तीन राफेल विमान हिंदुस्तान की धरती पर लैंड हुए और उन्हें पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयरबेस पर तैनात करने की तैयारी है.
इन तीन विमान के भारत आते ही अब वायुसेना के पास कुल 21 राफेल आ गए हैं. भारत सरकार की तरफ से फ्रांस संग 36 राफेल विमान की डील की गई है.
बेडे में तीन और राफेल
वैसे इससे पहले 18 राफेल विमान की स्क्वाड्रन को अंबाला एयरबेस पर तैनात किया गया था. वहीं जो बाकी 18 आने वाले हैं, उन्हें पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयरबेस पर तैनात किया जा सकता है.
राफेल विमान की भारतीय वायुसेना के लिए अहमियत काफी ज्यादा है. जिस समय भारत, चीन संग सीधी टक्कर ले रहा हो और पाकिस्तान संग भी तल्ख रिश्तों का दौर जारी हो, ऐसे में अपनी सैन्य शक्ति को बढ़ाना काफी जरूरी है. इसी कड़ी में सरकार की तरफ से फ्रांस संग 36 राफेल विमान की डील की गई थी और अब तक 21 राफेल भारत को मिल चुके हैं.
राफेल की क्या खूबियां?
बता दें कि ये सभी राफेल फाइटर विमान MICA और मेट्योर एअर टू एअर मिसाइल से लैस हैं, इसके अलावा इनमें स्कैल्प एअर टू ग्राउंड क्रूज मिसाइल से हमला करने की क्षमता मौजूद है. इस विमान की एक खूबी ये भी है कि ये एक बार में ही 14 जगहों पर सटीक निशाना दाग सकता है. इन्हीं खूबियों को देखते हुए कहा जा रहा है कि इन विमानों की तैनाती से उत्तर और पूर्व में भारत की हवा और जमीन में मारक क्षमता में जोरदार इजाफा होने जा रहा है.
साल के अंत तक मिल जाएंगे सारे राफेल?
जानकारी के लिए बता दें कि भारत सरकार द्वारा साल 2016 में फ्रांस संग 36 राफेल विमान का सौदा किया गया था. इस डील को 59 हजार करोड़ रुपये में पूरा किया गया था. तब उस समझौते पर सवाल तो कई बार उठाए गए, लेकिन भारत में राफेल विमान की उपस्थिति लगातार दर्ज होती रही. कहा जा रहा है कि साल के अंत तक भारत को बाकी राफेल विमान भी मिल जाएंगे जिसके बाद वायुसेना की ताकत कई गुना तक बढ़ जाएगी.