अब घर-घर पहुंचेगा कोरोना का टीका, आज से शुरू होगा केंद्र का ‘हर घर दस्तक’ मेगा वैक्सीनेशन अभियान

केंद्र सरकार मंगलवार यानी आज धनवंतरी दिवस के अवसर पर कोरोनोवायरस के खिलाफ ‘हर घर दस्तक’ मेगा-टीकाकरण अभियान शुरू करेगी. महीने भर चलने वाले घर-घर टीकाकरण अभियान का उद्देश्य खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों में पूरी आबादी को टीका लगाना है. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, जो वर्तमान में यूनाइटेड किंगडम के ग्लासगो में हैं, COP26 जलवायु सम्मेलन में भाग लेने के बाद भारत लौटते ही एक कोरोना समीक्षा बैठक आयोजित करने के लिए भी तैयार हैं.

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रिपोर्टों के अनुसार, कोरोना वायरस समीक्षा बैठक कम टीकाकरण कवरेज वाले जिलों पर ध्यान केंद्रित करेगी, जहां पहली खुराक पर 50 प्रतिशत से कम कवरेज और दूसरी खुराक पर भी कम कवरेज है. पिछले सप्ताह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक कोरोना समीक्षा बैठक के बाद, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने टीकाकरण अभियान को तेज करने के लिए ‘हर घर दस्तक’ अभियान के बारे में मीडिया को जानकारी दी थी.

स्वास्थ्यकर्मी घर-घर लगाएंगे वैक्सीन

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा था कि हम एक मेगा टीकाकरण अभियान ‘हर घर दस्तक’ शुरू करने जा रहे हैं. हमने तय किया है कि अगले एक महीने तक स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर दूसरी खुराक के लिए पात्र लोगों और पहली खुराक न लेने वालों का टीकाकरण करेंगे. केंद्रीय मंत्री के अनुसार, भारत में 77 प्रतिशत योग्य आबादी को पहली खुराक के साथ कोरोना के खिलाफ टीका लगाया गया है, जबकि 32 प्रतिशत लोगों को दोनों खुराक मिली हैं.

उन्होंने कहा कि 10 करोड़ से अधिक लोगों ने वैक्सीन की दूसरी खुराक नहीं ली है. जो लोग दूसरी खुराक के लिए पात्र हैं उन्हें टीका लगवाना चाहिए. टीकाकरण की गति और कवरेज में तेजी लाने की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि देश में 10.34 करोड़ से अधिक लोग ऐसे हैं जिन्होंने निर्धारित अंतराल के बाद दूसरी खुराक नहीं ली है. ऐसे में उनके लिए ही यह अभियान शुरू किया जा रहा है.

ऐसे लगभग 48 जिलों की पहचान की गई है जहां पात्र लाभार्थियों में से 50 फीसदी से भी कम लोगों ने पहली खुराक ली है. सरकार का लक्ष्य है कि नवंबर 2021 तक सभी लोगों को कोरोना की पहली खुराक मिल जानी चाहिए. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि देश की 77 फीसद पात्र जनसंख्या को कोविड-19 की पहली वैक्सीन लग चुकी है. उन्होंने कहा, 32 फीसद जनसंख्या पूरी तरह से वैक्सीनेटिड है यानी उन्हें दोनों वैक्सीन लग चुकी हैं.